राजस्थान चुनावः पहले चुनाव में भैरो सिंह शेखावत ने हासिल की थी जीत, उसके बाद आज तक BJP के हाथ नहीं लगी ये सीट

By रामदीप मिश्रा | Published: October 23, 2018 10:18 AM2018-10-23T10:18:32+5:302018-10-23T10:18:32+5:30

Rajasthan assembly elections: राजस्‍‌थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

rajasthan assembly election: bjp never won danta ramgarh assembly seat | राजस्थान चुनावः पहले चुनाव में भैरो सिंह शेखावत ने हासिल की थी जीत, उसके बाद आज तक BJP के हाथ नहीं लगी ये सीट

राजस्थान चुनावः पहले चुनाव में भैरो सिंह शेखावत ने हासिल की थी जीत, उसके बाद आज तक BJP के हाथ नहीं लगी ये सीट

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी सरगर्मियां तेज हैं और पार्टियां जीत हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं। सूबे की दोनों दिग्गज पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। वहीं, प्रदेश की कुछ ऐसी विधानसभा सीटें हैं जिन पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं, लेकिन आपको आज एक ऐसी सीट के बारे में बताएंगे जिस पर बीजेपी ने एक बार भी जीत हासिल नहीं कर पाई है। 

बीजेपी यहां कर रही संघर्ष

दरअसल, हम बात कर रहे हैं सूबे के सीकर जिले की दांतारामगढ़ विधानसभा सीट की। इस सीट पर आजतक बीजेपी का कोई भी प्रत्याशी जीत हासिल नहीं कर सका है, लेकिन खास बात यह है कि जनसंघ पार्टी की ओर से दिग्गज नेता भैरोंसिंह शेखावत ने जीत हासिल की थी और पहली बार 1952 में विधायक बने थे, जिनकी आज जयंती है। उनका जन्म  23 अक्टूबर 1923 हुआ था। उनका जन्मस्थल सीकर जिले का खाचरियावास गांव है। उनके पिता का नाम देवी सिंह शेखावत और माता का नाम बन्ने कंवर था।

आठ बार कांग्रेस ने लहराया परचम

दांतारामगढ़ सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहता है। बीजेपी हर विधानसभा चुनाव में यहां से जीतने की कोशिश करती है, लेकिन उसे सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है। इस सीट पर 1952 से लेकर अबतक 14 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें से आठ बार कांग्रेस ने परचम लहराया है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी थी। वर्तमान में यहां से नारायण सिंह विधायक हैं।

ये हैं पिछले चुनाव के आंकड़े 

पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो दांतारामगढ़ सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख, 18 हजार, 714 थी, जिसमें से एक लाख 65 हजार, 653 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था और वोटिंग फीसदी 75.74 रहा था। कांग्रेस के प्रत्याशी नारायण सिंह को 60 हजार, 926 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी हरीश चंद्र को 60 हजार, 351 वोट मिले थे। कांग्रेस उम्मीदवार ने नारायण सिंह ने 575 वोटों से हरीश चंद्र को हराया था। वहीं देखने वाली बात यह रही थी कि दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला था। 

राजस्‍थान विधानसभा का मौजूदा स्वरूप

उल्लेखनीय है‌ कि राजस्‍‌थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। साल 2013 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीटों के साथ सरकार बनाई बनाई थी। कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी रही जिसे 4, व चौथे नंबर बहुजन समाज पार्टी रही, जिसे 3 सीटों पर जीत मिली। जबकि 7 सीटें निर्दलियों के खाते में गई थीं।

English summary :
Electoral race for the upcoming Rajasthan assembly elections are getting intense and the parties are using all strategies to win the Vidhan Sabha Chunav 2018. Both the big political parties of the state, Bharatiya Janata Party (BJP) and the Congress, are giving a tough fight to each other. At the same time, there is one Rajasthan assembly seats in the state on which BJP has not won even once.


Web Title: rajasthan assembly election: bjp never won danta ramgarh assembly seat

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