राजस्थान: अलवर गैंगरेप पीड़िता की पुलिस कांन्टेबल में नियुक्ति को हरी झंडी

By भाषा | Updated: May 28, 2019 23:31 IST2019-05-28T23:31:40+5:302019-05-28T23:31:40+5:30

अलवर के थानागाजी—अलवर मार्ग पर 26 अप्रैल को पति के साथ बाइक पर जा रही एक दलित महिला के साथ पांच आरोपियों इंद्रराज गुर्जर, अशोक गुर्जर, छोटेलाल गुर्जर, हंसराज गुर्जर और महेश गुर्जर ने कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया था।

Rajasthan: Alwar gangrape victim will be Appointed as police constable, Govt gives green signal | राजस्थान: अलवर गैंगरेप पीड़िता की पुलिस कांन्टेबल में नियुक्ति को हरी झंडी

प्रतीकात्मक तस्वीर।

राजस्थान सरकार ने मंगलवार को अलवर की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को पुलिस कांस्टेबल की नियुक्ति का आदेश जारी किया है । अतिरिक्त मुख्य सचिव :गृह: राजीव स्वरूप ने पीटीआई—भाषा को बताया कि पीड़ित महिला को पुलिस कांस्टेबल की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिये गये हैं और महिला को शीघ्र ही नियुक्ति पत्र मिल जायेगा।

अलवर के थानागाजी—अलवर मार्ग पर 26 अप्रैल को पति के साथ बाइक पर जा रही एक दलित महिला के साथ पांच आरोपियों इंद्रराज गुर्जर, अशोक गुर्जर, छोटेलाल गुर्जर, हंसराज गुर्जर और महेश गुर्जर ने कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपी मुकेश गुर्जर ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था। आरोपियों ने पीड़िता के पति के साथ मारपीट की और उसके सामने महिला के साथ कथित सामुहिक दुष्कर्म किया।

दंपत्ति लगभग तीन घंटे तक आरोपियों के चंगुल में फसें रहे। शुरूआत में दंपत्ति चुप बैठे रहे लेकिन जब आरोपियों ने पीड़िता के पति को फोन पर धन की मांग की और सामुहिक दुष्कर्म के वीडियो क्लिप को वायरल करने की धमकी दी तो उसके बाद पीड़िता के पति ने घटना की जानकारी परिजनों को दी और उसके बाद 30 अप्रैल को पीड़ित पति और पीड़िता अलवर पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को शिकायत देने पहुंचे।

पचार ने शिकायत को मार्क करके पति और पीड़िता को थानागाजी थानाधिकारी से मिलने को कहा लेकिन थानाधिकारी ने इसे गंभीरता नहीं लिया और मामला 2 मई को दर्ज किया गया। आरोपियों ने पीड़ित पति को फोन पर धन मांगना जारी रखा तो पति ने फिर से पुलिस अधीक्षक और स्थानीय पुलिस से मदद मांगी लेकिन पुलिस की चुनाव में व्यस्तता बताई गई। दूसरी ओर 4 मई को आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया। जब चुनाव के अगले दिन 7 मई को मामला प्रकाश में आया तब अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को आलोचनाओं और राज्यभर में प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बसपा प्रमुख मायावती ने घटना की निंदा की जबकि भाजपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने अलवर, जयपुर, दौसा और राज्य के अन्य हिस्सों में चुनाव के दौरान मामलों को राजनैतिक कारणों से दबाये जाने का सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। जैसे ही मामला तूल पकड़ने लगा राज्य सरकार ने अलवर पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को हटा कर उन्हें एपीओ कर दिया और थानागाजी थानाधिकारी को निलंबित कर चार पुलिसकर्मियों को पुलिस लाईन भेज दिया।

इसके साथ ही राज्य सरकार ने स्थानीय पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं करने और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ प्रताड़नाओ संबंधी मामलों पर निगरानी रखने के लिये पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मामले पंजीकृत करने संबंधी निर्णय लिये।

कांग्रेस ने भाजपा पर मामलें में राजनीति करने करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अलवर में पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए पीड़िता के साथ सामुहिक दुष्कर्म करने वाले पांच आरोपियों और वीडियो क्लिप बनाने वाले और उसे वायरल करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।आरोपियों के खिलाफ अलवर की स्थानीय अदालत में चार्जशीट भी दायर कर दी गई है।

Web Title: Rajasthan: Alwar gangrape victim will be Appointed as police constable, Govt gives green signal

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