गिरते-गिरते बचा बीजेपी सांसद महंत बालकनाथ का हेलिकॉप्टर, दिल थामकर देखें VIDEO
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: June 30, 2019 01:17 PM2019-06-30T13:17:18+5:302019-06-30T13:47:37+5:30
वाकया महंत बालकनाथ के संसदीय क्षेत्र अलवर का है। सांसद बालकनाथ उस वक्त हेलिकॉप्टर में ही सवार थे जब वह नियंत्रण खोता सा दिखाई दिया।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद महंत बालकनाथ का हेलीकॉप्टर उड़ान भरते वक्त नियंत्रण खो गया। जमीन से कुछ फुट ऊपर हवा में हेलिकॉप्टर ऐसे चकरगिन्नी होने लगा कि लगा कि अब गिरा कि तब.. मजे की बात यह है कि मौके पर खड़े कुछ लोग हेलिकॉप्टर की तरफ हाथ हिलाकर बॉय-बॉय कर रहे थे लेकिन वीडियो देखकर दृश्य इतना खतरनाक लगता है कि कलेजा मुंह को आता है।
वाकया महंत बालकनाथ के संसदीय क्षेत्र अलवर का है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सांसद बालकनाथ उस वक्त हेलिकॉप्टर में ही सवार थे जब वह नियंत्रण खोता सा दिखाई दिया। हालांकि, संघर्ष की स्थित से जूझते हुए पायलट सफल हुआ और हेलिकॉप्टर ने हवा में सही से उड़ान भरी। एएनआई ने इस पूरी घटना का वीडियो ट्वीट किया है।
#WATCH Alwar: Chopper with Alwar BJP MP Mahant Balaknath onboard appeared to have lost control but regained it later and flew off. #Rajasthanpic.twitter.com/aIHaIHTMuh
— ANI (@ANI) June 30, 2019
महंत बालकनाथ नाथ संप्रदाय से आते हैं। वह हरियाणा के रोहतक स्थित करीब डेढ़ सौ एकड़ में फैले बाबा मस्तनाथ के मठ के मठाधीश और बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं। महंत बालकनाथ के गुरू महंत चांदनाथ योगी भी अलवर से सांसद रहे थे। वह बहरोड से विधायक भी चुने गए थे। लंबी बीमारी के चलते वह दुनिया से रुखसत हो गए थे।
महंत बालकनाथ के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने महज साढ़े छह वर्ष की उम्र में ही संन्यास धारण कर लिया था। वह मूल रूप से अलवर के कोहराना नाम के गांव से आते हैं। उनका जन्म एक यादव परिवार में हुआ था। पिता सुभाष यादव किसान थे। उनका बचपन का नाम गुरुमुख है लेकिन योगी की शिक्षा-दीक्षा लेते वक्त बाल स्वभाव के कारण उनका नाम बालकनाथ पड़ गया।
29 जुलाई 2016 को योगी आदित्यनाथ और योगगुरु रामदेव की मौजूदगी में महंत बालकनाथ को अस्थल बोहर का आठवां उत्तराधिकारी घोषित किया गया था। उनकी लोकप्रियता देखते हुए पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें अलवर से उम्मीदवार बनाया और महंत बालकनाथ जनता की नुमाइंदगी करने संसद पहुंच गए।