देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से आफत, उत्तरी क्षेत्रों को नहीं मिली राहत, अभी भी उगल रहे आग

By भाषा | Published: July 2, 2019 07:51 AM2019-07-02T07:51:31+5:302019-07-02T07:51:31+5:30

दिल्ली जून में सबसे कम वर्षा वाला प्रदेश भी रहा। यहां सामान्य से 90 फीसद कम वर्षा हुई। औसतन शहर में जून में 64.1 मिलीमीटर वर्षा होती है। इस बार यहां बस 6.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। शहर में 1993 में महज पांच मिलीमीटर वर्षा हुई थी।

Rain in many parts of the country, northern region is still heat | देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से आफत, उत्तरी क्षेत्रों को नहीं मिली राहत, अभी भी उगल रहे आग

फोटो क्रेडिट: ANI

पिछले दो दिनों की वर्षा से वित्तीय राजधानी मुम्बई के ठहर जाने के साथ ही सोमवार को देश के कई हिस्सों में बारिश हुई जबकि उत्तरी मैदानी क्षेत्र भयंकर गर्मी की चपेट में रहा। दिल्ली भीषण गर्मी की गिरफ्त में रही। शहर के कुछ हिस्सों में पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मंगलवार से यहां बारिश शुरू होने की संभावना है।

दिल्ली के लिए आधिकारिक मौसम आंकड़े प्रदान करने वाली सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री ऊपर 30.6 डिग्री सेल्सियस रहा। आर्द्रता 37 और 59 प्रतिशत की बीच रही। नयी दिल्ली में 26 सालों में दूसरी बार जून बहुत अधिक गर्म रहा और महज 6.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।

दिल्ली जून में सबसे कम वर्षा वाला प्रदेश भी रहा। यहां सामान्य से 90 फीसद कम वर्षा हुई। औसतन शहर में जून में 64.1 मिलीमीटर वर्षा होती है। इस बार यहां बस 6.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। शहर में 1993 में महज पांच मिलीमीटर वर्षा हुई थी। मुंबई में सोमवार सुबह भारी बारिश हुई और इसके बाद शहर में कई स्थानों पर पानी भर गया जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम भी हुआ और ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा।

नगरपालिका आयुक्त प्रवीण परदेशी ने बताया कि दो दिनों में 540 मिमी बारिश हुई जो पिछले एक दशक में दो दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है। उन्होंने बाढ़ की स्थिति के पीछे जलवायु परिवर्तन और भौगोलिक घटना को जिम्मेदार ठहराया। मुंबई के महापौर विश्वनाथ महादेश्वर ने बताया कि कुछ इलाकों में जलभराव है लेकिन यह कहना गलत होगा कि भारी बारिश के बाद ‘बाढ़’ जैसी स्थिति है।

मौसम विभाग ने आसपास के इलाकों ठाणे और पालघर में दो, चार और पांच जुलाई को ‘बेहद भारी बारिश’ की आशंका जाहिर की है। मुंबई में कुछ स्थानों पर सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश हो सकती है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने बताया कि मुंबई में तीन जुलाई से पांच जुलाई के बीच ‘बाढ़ का गंभीर खतरा’ है।

जम्मू में पारा 41.8 डिग्री तक चला गया और लू के चलते लोग अपने घरों में ही कैद रहे। पंजाब और हरियाणा में गर्म और उमस भरा मौसम रहा। चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। हरियाणा में अंबाला, भिवानी और हिसार में अधिकतम तामपान क्रमश: 40.2, 42.2 और 43 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब में अमृतसर, लुधियाना और पटियाला में अधिकतम तामपान क्रमश: 41.7, 39.2 और 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

ओड़िशा के आठ जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी वर्षा होने का अनुमान लगाया गया है। राजस्थान में पिछले 24 घंटे के दौरान एक दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई वहीं एक स्थान पर भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान झालावाड़ जिले के बकानी में 10 सेंटीमीटर, बूंदी में 6 सेंटीमीटर, हिंडोली में 5 सेंटीमीटर, कोटा के रामगंजमंडी में 4 सेंटीमीटर, झालावाड के पचपहाड में 4 सेंटीमीटर, भीलवाडा के मांडलगढ में 4 सेंटीमीटर कोटा के दीगोद में 4 सेंटीमीटर, झालावाड के खानपुर में 4 सेंटीमीटर, भीलवाडा के जहाजपुर में 3 सेंटीमीटर, भीलवाडा में 3 सेंटीमीटर, टोंक के टोडारायसिंह में 3 सेंटीमीटर, झालरापाटन—डग में तीन तीन सेंटीमीटर, बांसवाडा के अरथूना में 3 सेंटीमीटर, जयपुर के कोटपूतली में 3 सेंटीमीटर, निवाई-सपोटरा-छबडा में 3-3 सेंटीमीटर और दौसा में 3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं चूरू में आज सुबह से शाम तक बूंदाबांदी दर्ज की गई जबकि राज्य का पश्चिमी हिस्सा सूखा रहा।

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