राहुल गांधी ने कोरोना से मरने वाले भारतीयों को लेकर केंद्र पर कसा तंज, कहा- विज्ञान झूठ नहीं बोलता, पर मोदी बोलते हैं

By मनाली रस्तोगी | Published: May 6, 2022 09:43 AM2022-05-06T09:43:53+5:302022-05-06T09:45:55+5:30

कोविड-19 महामारी के आंकड़ों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए नजर आए। ऐसे में उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों का आंकड़ा साझा कर ट्वीट किया।

Rahul Gandhi took a jibe at the Center over the Indians who died of coronavirus | राहुल गांधी ने कोरोना से मरने वाले भारतीयों को लेकर केंद्र पर कसा तंज, कहा- विज्ञान झूठ नहीं बोलता, पर मोदी बोलते हैं

राहुल गांधी ने कोरोना से मरने वाले भारतीयों को लेकर केंद्र पर कसा तंज, कहा- विज्ञान झूठ नहीं बोलता, पर मोदी बोलते हैं

Highlightsराहुल गांधी ने कोरोना से मरने वाले भारतीयों को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा कोविड महामारी के कारण 47 लाख भारतीयों की मौत हुई, 4.8 लाख नहीं जैसा कि सरकार ने दावा किया है।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर कोविड-19 महामारी के आंकड़ों को लेकर जमकर निशाना साधा। ऐसे में उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों का आंकड़ा साझा कर ट्वीट किया। ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, "कोविड महामारी के कारण 47 लाख भारतीयों की मौत हुई। 4.8 लाख नहीं जैसा कि सरकार ने दावा किया है। विज्ञान झूठ नहीं बोलता। मोदी बोलते हैं। उन परिवारों का सम्मान करें जिन्होंने अपनों को खोया है। अनिवार्य चार लाख रुपए मुआवजे के साथ उनका समर्थन करें।" 

अपने ट्वीट के साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक तस्वीर भी साझा की है, जोकि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए कई देशों के आंकड़े हैं। इन आंकड़ों के जरिए बताया गया है कि किस देश में कोरोना संक्रमण से कितने लोगों की मृत्यु हुई है। बताते चलें कि इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को लेकर भी ट्वीट किया था। इस ट्वीट में गांधी ने मोदी सरकार पर एलआईसी की कम कीमत आंकने का आरोप लगाया था। 

ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर एलआईसी का मूल्यांकन कम करके आंकने का आरोप लगाते हुए पूछा था कि भारत की सबसे मूल्यवान संपदा को "कौड़ियों के दाम" पर क्यों बेचा जा रहा है। सरकारी स्वामित्व वाले एलआईसी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बुधवार को खुदरा व संस्थागत निवेशकों के अंशदान के लिये खोले गए। आईपीओ नौ मई (सोमवार) को बंद होगा। एलआईसी ने निर्गम के लिए मूल्य दायरा 902-949 रुपया तय किया है। कुछ शेयर एलआईसी के कर्मचारियों एवं पॉलिसीधारकों के लिए भी आरक्षित रखे गए हैं।

खुदरा निवेशक और पात्र कर्मचारियों को प्रति शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी जबकि पॉलिसीधारकों को 60 रुपये प्रति शेयर की छूट मिलेगी। गांधी ने एक ट्वीट में कहा, "13.94 लाख कर्मचारी, 30 करोड़ पॉलिसीधारक, 39 लाख करोड़ की संपत्ति, शेयरधारकों को मिलने वाले रिटर्न के लिहाज से दुनिया की नंबर एक कंपनी। इसके बावजूद मोदी सरकार ने एलआईसी की कीमत कम तय की।" कांग्रेस नेता ने पूछा, "आखिर भारत की सबसे महंगी संपत्तियों में से एक कौड़ियों के भाव क्यों बेची जा रही है?" कांग्रेस ने पिछले मंगलवार को शेयरों के दाम पर भी सवाल उठाए थे और उनकी कीमत कम होने का आरोप लगाते हुए उन्हें 30 करोड़ पॉलिसीधारकों के भरोसे की कीमत पर कौड़ियों के दाम बेचने की बात कही थी। 

(भाषा इनपुट के साथ)

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