नई दिल्ली:कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरा है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "इस बार चोरी जनता की जेब से हो रही है...जब आप स्विच का बटन दबाते हैं तो अडानी की जेब में पैसा आ जाता है।" उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों में पूछताछ हो रही है और लोग सवाल पूछ रहे हैं लेकिन भारत में कुछ नहीं हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी इंडोनेशिया में कोयला खरीदते हैं और जब तक कोयला भारत आता है तब तक इसकी कीमत दोगुनी हो जाती है...हमारी बिजली की कीमतें बढ़ रही हैं...वह (अडानी) पैसे लेते हैं। सबसे गरीब लोग...यह कहानी किसी भी सरकार को गिरा देगी। यह सीधी चोरी है।
दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में 'अडानी और रहस्यमय कोयले की कीमत में वृद्धि' पर एक मीडिया रिपोर्ट दिखाई और दावा किया कि जनता के साथ धोखा हो रहा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार से सवाल किया गया कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से उद्योगपति गौतम अडानी के साथ उनकी मुलाकात के बारे में सवाल क्यों नहीं पूछा, इसके जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि शरद पवार प्रधानमंत्री नहीं है अगर वह प्रधानमंत्री होते तो मैं उनसे भी सवाल करता।
राहुल गांधी ने यह बात एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही, जहां उन्होंने फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए पीएम मोदी पर अडानी को बचाने का आरोप लगाया, जिसमें दावा किया गया था कि अडानी इंडोनेशिया से कोयला खरीदते हैं और भारत में आते ही इसकी कीमत दोगुनी हो जाती है।
राहुल गांधी ने कहा, "इसे याद रखें जब आप अपना पंखा या लाइट चालू करते हैं, तो आपका पैसा अडानीजी की अधिक कीमत के माध्यम से अडानी की जेब में जा रहा है। आप प्रत्येक यूनिट के लिए अधिक भुगतान कर रहे हैं। 32,000 करोड़ का आंकड़ा याद रखें। और यह राशि केवल बढ़ेगी।" एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, "पीएम मोदी के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है। कोई जांच नहीं है। क्यों?"
राहुल गांधी ने कहा, "अडानीजी इंडोनेशिया में कोयला खरीदते हैं और जब यह कोयला भारत पहुंचता है, तो कीमत दोगुनी हो जाती है। इस प्रकार अडानीजी ने ओवरइनवॉयसिंग करके जनता से 12,000 करोड़ रुपये प्राप्त किए। हमने कर्नाटक में बिजली सब्सिडी दी है, मध्य प्रदेश में भी ऐसा ही करेंगे.. लेकिन दिलचस्प है बात यह है कि भारतीय मीडिया कोई सवाल नहीं उठा रहा है।
फाइनेंशियल टाइम्स की कहानी किसी भी सरकार को गिरा देगी क्योंकि यह एक आदमी द्वारा की गई सीधी चोरी है, जिसे भारत के प्रधानमंत्री द्वारा बार-बार बचाया जा रहा है। मुझे समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री क्यों हैं मंत्री इस पर कुछ नहीं बोलते।"
राहुल गांधी ने कहा कि यह उनकी सुरक्षा के बिना संभव नहीं है। सेबी ने सरकार से कहा कि उन्हें दस्तावेज नहीं मिले, लेकिन फाइनेंशियल टाइम्स को सभी दस्तावेज मिल गए। इसलिए मामला बिल्कुल स्पष्ट है कि सुरक्षा है सरकार के उच्चतम स्तर से हो रही है।