पीएम किसान योजना को लेकर भड़के राहुल गांधी, कहा- 2022 तक करनी थी आय दोगुनी कर दी यातना दोगुनी
By मनाली रस्तोगी | Published: July 25, 2022 10:44 AM2022-07-25T10:44:32+5:302022-07-25T10:46:38+5:30
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए नजर आए। गांधी ने इस बार किसान योजना को लेकर केंद्र पर जमकर निशाना साधा।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2022 तक 'आय दोगुनी' करनी थी, लेकिन 'यातना दोगुनी' कर दी। उन्होंने किसान योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया। गांधी ने ट्वीट कर लिखा, "पीएम 'किसान उत्पीड़न' योजना: शहीद किसानों को मुआवजा नहीं, किसान आत्महत्या के आंकड़ें नहीं, 'मित्रों' के कर्ज माफ, किसानों के नहीं।"
PM ‘किसान उत्पीड़न’ योजना:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 25, 2022
- शहीद किसानों को मुआवज़ा नहीं
- किसान आत्महत्या के आंकड़ें नहीं
- 'मित्रों' के कर्ज़ माफ़, किसानों के नहीं
- ‘सही MSP’ का झूठा वादा
- फसल बीमा के नाम पर इंश्योरेंस कंपनियों को ₹40,000 Cr का फायदा
2022 तक करनी थी 'आय दोगुनी', कर दी 'यातना दोगुनी'
उन्होंने आगे ट्वीट कर लिखा, "'सही एमएसपी' का झूठा वादा, फसल बीमा के नाम पर इंश्योरेंस कंपनियों को 40,000 करोड़ रूपए का फायदा। 2022 तक करनी थी 'आय दोगुनी', कर दी 'यातना दोगुनी'।" इससे पहले राहुल गांधी ने सैन्य भर्ती योजना 'अग्निपथ' को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "प्रयोगशाला" के इस "नए प्रयोग" के कारण देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य खतरे में है।
60,000 सैनिक हर साल रिटायर होते हैं, उनमें से सिर्फ 3000 को सरकारी नौकरी मिल रही है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 24, 2022
4 साल के ठेके पर हज़ारों की संख्या में रिटायर होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा?
प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए Experiment से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं।
गांधी ने ट्वीट किया, "60,000 सैनिक हर साल सेवानिवृत्त होते हैं और उनमें से सिर्फ 3,000 को सरकारी नौकरी मिल रही है।" कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा, "चार साल के ठेके के बाद हजारों की संख्या में सेवानिवृत्त होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा?" उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए प्रयोग से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं।"