राहुल गांधी और सचिन पायलट की दिल्ली में हुई मुलाकात, मिल सकती है कांग्रेस संगठन में बड़ी भूमिका
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: April 8, 2022 21:55 IST2022-04-08T21:47:55+5:302022-04-08T21:55:09+5:30
बीते विधानसभा चुनाव में मिले हार और आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और सचिन पायलट के बीच दिल्ली में एक बैठक हुई। खबरों के मुताबिक इस बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सचिन पायलट के कंधे पर बड़ी सांगठनिक जिम्मेदारी सौंप सकती है।

राहुल गांधी और सचिन पायलट की दिल्ली में हुई मुलाकात, मिल सकती है कांग्रेस संगठन में बड़ी भूमिका
दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आज दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के अशोक गहलोत सरकार में पूर्व डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट के साथ लंबी बैठक की।
समाचार चैनल टुडे टीवी के अनुसार दोनों की इस महत्वपूर्ण बैठक में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं।
खबरों के मुताबिक बीते विधानसभा चुनाव में मिले हार और आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट के कंधे पर बड़ी सांगठनिक जिम्मेदारी सौंप सकती है।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच इस लंबी बैठक में हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों के साथ राजस्थान में कांग्रेस को को मजबूत करने के मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा हुई।
राजस्थान में कांग्रेस का परचम लहराने के बाद भी सीएम पद की रेस में पीछे हर गये सचिन पायलट ने जुलाई 2020 में डिप्टी सीएम के पद पर रहते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलेआम बगावत कर दी थी। लेकिन प्रियंका गांधी के नेतृत्व में बनी पार्टी की एक कमेटी द्वारा समझाये जाने पर पायलट ने अपने रूख में नरमी लाते हुए उस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
उस वक्त से ही इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि बागी हुए सचिन पायलट को कूलिंग ऑफ पीरियड के बाद कांग्रेस संगठन में किसी उच्च पद पर बिठाते हुए उनके वफादारों को राजस्थान की गहलोत कैबिनेट में जगह दिया जाएगा।
साल 2020 में लगभग एक महीने तक चले नाटकीय सियासी विद्रोह पर मिट्टी डालते हुए सचिन पायलट ने कहा था कि उनके मन में किसी के प्रति कोई कटु भावना नहीं थी और उन्हें उम्मीद थी कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व उनकी बातों को समझते हुए सकारात्मक कदम उठायेगा।
मालूम हो कि कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता राजेश पायलट के पुत्र सचिन पायलट भारत के सबसे कम उम्र के सांसद होने का गौरव रखते हैं। सचिन पायलट ने 26 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव जीतकर संसदीय लोकतंत्र में एक बड़ा इतिहास रचा था।
सचिन पायलट ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भी कांग्रेस की जीत के लिए काफी मेहनत की थी लेकिन यूपी के मतदाताओं ने पायलट को निराश किया और उनकी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।