लाइव न्यूज़ :

पंजाबः किसान आंदोलन, मालगाड़ियों का परिचालन ठप, 10,000 कंटेनर बंदरगाहों पर फंसे, 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान

By भाषा | Updated: October 30, 2020 13:26 IST

मालगाड़ियों का परिचालन नहीं होने की वजह से राज्य के साइकिल और साइकिल कलपुर्जा, कपड़ा, हाथ के औजार, वाहन कलपुर्जा, इस्पात और मशीनी औजार क्षेत्र सभी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। किसान यूनियनों ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि ‘रेल रोको’ आंदोलन से मालगाड़ियों को बाहर रखा जाएगा।

Open in App
ठळक मुद्देराज्य के उद्योग क्षेत्र को भी झटका लगा है और उसे भारी वित्तीय नुकसान होने की आशंका बन गई है।किसानों के आश्वासन के बाद रेलवे ने 22 अक्टूबर को मालगाड़ियों का परिचालन फिर शुरू कर दिया था।किसानों द्वारा मालगाड़ियों को रोके जाने के बाद 23 अक्टूबर से इनका परिचालन फिर बंद कर दिया गया।

चंडीगढ़ः किसानों के आंदोलन के चलते मालगाड़ियों का परिचालन स्थगित होने से पंजाब के ताप बिजली घरों को कोयले की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इससे राज्य के उद्योग क्षेत्र को भी झटका लगा है और उसे भारी वित्तीय नुकसान होने की आशंका बन गई है।

 

मालगाड़ियों का परिचालन नहीं होने की वजह से राज्य के साइकिल और साइकिल कलपुर्जा, कपड़ा, हाथ के औजार, वाहन कलपुर्जा, इस्पात और मशीनी औजार क्षेत्र सभी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। किसान यूनियनों ने 21 अक्टूबर को घोषणा की थी कि ‘रेल रोको’ आंदोलन से मालगाड़ियों को बाहर रखा जाएगा।

किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। किसानों के आश्वासन के बाद रेलवे ने 22 अक्टूबर को मालगाड़ियों का परिचालन फिर शुरू कर दिया था। पर कुछ किसानों द्वारा मालगाड़ियों को रोके जाने के बाद 23 अक्टूबर से इनका परिचालन फिर बंद कर दिया गया।

26 अक्टूबर को मालगाडि़यों का परिचालन 29 अक्टूबर तक स्थगित करने की घोषणा की गई। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मामले में रेल मंत्री पीयूष गोयल से हस्तक्षेप का आग्रह किया था। इसके बाद गोयल ने पंजाब सरकार से ट्रेनों और रेलवे के कर्मचारियों की सुरक्षा का आश्वासन देने को कहा था।

पंजाब राज्य बिजली निगम (पीएसपीसीएल) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 6,000 मेगावॉट की बिजली की मांग पर राज्य केंद्रीय पनबिजली और बायोमास संयंत्रों से 5,000 मेगावॉट बिजली का ही प्रबंध कर पा रहा है। इससे 1,000 मेगावॉट की बिजली की कमी पैदा हो गई।

पंजाब के उद्योग प्रतिनिधियों ने कहा कि मालगाड़ियां रुकने से आयात और निर्यात के करीब 10,000 कंटेनर बंदरगाहों पर फंसे हुए हैं। फियो के पूर्व अध्यक्ष और लुधियाना के उद्योगपति एस सी रल्हन ने कहा, ‘‘इन कंटेनरों में 6,000 से 7,000 करोड़ रुपये का कच्चा माल और तैयार उत्पाद फंसे हुए हैं।’’

रल्हन ने कहा कि मालगाड़ियों का परिचालन रुकने से हमें पहले ही 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। एवन साइकिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ओंकार सिंह पाहवा ने कहा कि साइकिल उद्योग को कच्चा माल नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास जो भी कच्चा माल है, वह जल्द समाप्त हो जाएगा।’’ 

टॅग्स :पंजाबअमरिंदर सिंहपीयूष गोयलभारतीय रेलकिसान विरोध प्रदर्शन
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: 1000 से अधिक विमान कैंसिल?, रेलवे ने यात्रियों को दी बड़ी राहत, कई स्पेशल ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी, जानिए टाइम टेबल

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारततत्काल टिकट बुकिंग के लिए अब OTP जरूरी, 6 दिसंबर से 13 ट्रेनों के लिए नियम होगा लागू

क्रिकेटरेलवे ने वर्ल्ड कप विजेता रेणुका सिंह ठाकुर, प्रतीक रावल और स्नेह राणा को ऑफिसर रैंक पर किया प्रमोट

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत