जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ 18 फरवरी को मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को देहरादून स्थित उनके आवास पर हजारों लोगों ने मंगलवार(19 फरवरी) को अंतिम श्रद्धांजलि दी। देहरादून की सड़कों पर उनके सम्मान में रैलियां निकाली गई।
अंतिम संस्कार के लिए हरिद्वार ले जाने से पहले मेजर ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान हृदय रोगी उनकी मां सरोज, उनकी पत्नी निकिता कौल और उनके रिश्तेदारों एवं मित्रों के लिए खुद को संभालना मुश्किल हो गया। मेजर ढौंडियाल की शादी हुए एक साल भी नहीं हुआ है।
मेजर ढौंडियाल की पत्नी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पति शहीद मेजर ढौंडियाल के पार्थिव शरीर को चूमते हुए पत्नी निकिता कौल I Love You कहते हुए दिख रही हैं। निकता कौल ने आखिरी विदाई में पति को सलामी कर श्रद्धांजलि दी है। मेजर ढौंडियाल की आखिरी विदाई में उनके मां की हालत काफी खराब थी। उनको इस घटना की जानकारी सबसे अंत में दी गई है, क्योंकि वह दिल की मरीज हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘शहीद ढौंडियाल अमर रहे’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच ताबूत पर पुष्पचक्र चढ़ाया। तिरंगे में लिपटा हुआ ढौंडियाल का पार्थिव शरीर सोमवार को देर रात घर लाया गया था। आज पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पुलवामा में 18 फरवरी को मुठभेड़ में शहीद जवानों में मेजर डीएस ढौंडियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवराम, सिपाही अजय कुमार, सिपाही हरि सिंह और गुलजार अहमद थे। मुठभेड़ में जैश के तीन आतंकियों भी मार गिराया गया है। 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।