जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार (14 फरवरी) को जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायिन हमले में सीआरपीएफ में 40 से ज्याजा जवान शहीद हो गए हैं। इस घटना से पूरा देश ही बल्कि विदेशों में भी शोक की लहर है। इस आतंकी हमले के बाद ये सोशल मीडिया पर भी शोक की लहर दौड़ पडी है। ट्विटर पर तो एक बाद एक कई हैशटैग ट्रेंड करने लगे। जैसे, #Pulwama #CRPF #KashmirTerrorAttack #KashmirTerrorAttack #surgicalstrike #AbBadlaLo #IndiaWantsRevenge। इस हैशटैग के साथ लोग जवानों के शहीद होने पर गुस्सा जाहिर कर रहे है।
देश की जनता नरेन्द्र मोदी सरकार से इस हमले की जल्द से जल्द बदला लेने की मांग कर रही है। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर देश की जनता को इस बात भरोसा दिलाया है कि जवानों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं होगी। वहीं, अरुण जेटली ने कहा है कि इस हमले का बदला लिया जाएगा। किसी भी आंतकी, जो इसमें शामिल है, उसको छोड़ा नहीं जाएगा।
सोशल मीडिया पर पुलवामा आतंकी हमले को लेकर जो सबसे ज्यादा जो हैशटैग का इस्तेमाल किया जा रहा है, वो है- #IndiaWantsRevenge, #AbBadlaLo और #surgicalstrike। इस हैशटैग के साथ लोग कह रहे हैं कि क्या फायदा पृथ्वी अग्नि मिज़ाईल अर्जुन टैंक सुखोई विमानों ब्रह्मोस ,अरिहंत विक्रमादित्य जैसे घातक हथियारों का? ये तो बस 26 जनवरी का मेला है।''
वहीं, एक सुप्रीम कोर्ट ने वकील ने लिखा है, 'कश्मीर के #Pulwama में आतंकी हमले में शहीद हुए हमारे वीर भाइयों को भावभीनी श्रद्धांजलि। आज मन बहुत भारी है इस बार #Surgicalstrike नहीं बल्कि पाकिस्तान पे ऐसा प्रहार होगा की यह "आतंकिस्तान" विश्व के नक्शे से ही खत्म हो जाएगा"
पत्रकार निशांत चतुर्वेदी लिखते हैं, 7 दिन पहले आईईडी अलर्ट होने के बावजूद , पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला और 12 जवान शहीद। उरी हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला। अब एक और बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की ज़रूरत है।''
आप भी देखें कुछ ट्वीट
18 सितंबर 2016 को हुआ था उरी अटैक
बता दें 18 सितंबर 2016 को आतंकियों ने घात लगाकर उरी सेक्टर स्थित सेना के कैंप पर हमला किया। इस आतंकी हमले में कुल 19 जवान शहीद हुए। सभी 4 आतंकियों को सेना ने मार गिराया था। इसके बाद ही सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान में घुस आतंकवादियों का खात्मा किया था। हालांकि पाकिस्तान ने ऐसी किसी घटना से इंकार कर दिया था।
पुलवामा आतंकी हमले में 44 जवान शहीद, जानें घटना का बैकग्राउंड
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को हुए पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों की शहादत की पुष्टि की। पुलिस ने हमले में मारे गये 42 जवानों की नाम की लिस्ट जारी की है। जिन जवानों के नाम की पुष्टि की गई है वो सभी उस बस में सवार थे जिसमें आत्मघाती कार हमलावार ने टक्कर मारी थी।
गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों भरी कार से टक्कर मार दी। आतंकवादी ने जिस बस में सीधी टक्कर मारी उसमें 42 जवान सवार थे। इस बस में सवार सभी जवानों की मौत हो गयी। इस हमले में सीआरपीएफ की चार बसों को ज्यादा नुकसान पहुंचा। सीआरपीएफ के काफिले में करीब 70 बसें थीं जिनमें 2500 से ज्यादा जवान सवार थे।
कार से हमले के बाद अन्य आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर गोलीबारी की जिसमें 40 से ज्यादा जवान घायल हो गये। पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी करके अली अहमद डार नामक आतंकी को इस हमले का लिए जिम्मेदार बताया।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) की टीम शुक्रवार सुबह कश्मीर पहुँचकर जम्मू-कश्मीर पुलिस की जाँच में मदद करेगी। एनआईए की टीम के साथ फोरेंसिंक एक्सपर्ट भी कश्मीर जाएंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल पूरे हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अजीत डोभाल से मौजूदा परिस्थितियों पर चर्चा की है।