राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। वहीं राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सभी कमांडरों को पूरे प्रदेश की सुरक्षा बढ़ा देने के निर्देश दिये हैं। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 30 सीआरपीएफ जवानों की मौत हो चुकी है। 45 से ज्यादा जवान इस हमले में घायल हुए हैं।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यपाल मलिक से फोन पर हालात के बारे में जानकारी ली है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को श्रीनगर का दौरा करेंगे। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी हालात की पल-पल की जानकारी एनएसए अजीत डोभाल को दे रहे हैं।
राज्यपाल ने दिए अलर्ट के निर्देश
हमले के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घटना पर दुख जताया है। राजभवन के प्रवक्ता ने कहा, ये घुसपैठ सीमा पार से निर्देशित प्रतीत होता है, क्योंकि इस हमले की जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी ली है। राज्यपाल ने सभी सुरक्षा बलों के कमांडरों को इस बात का निर्देश दिया है कि वह पूरे प्रदेश की सुरक्षा बढ़ा दे। राज्यपाल ने कहा है कि हर मोर्च पर निगरानी बढ़ाई जाए। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा जिला और संभागीय नागरिक और पुलिस प्रशासन को तत्काल सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और प्रतिष्ठानों के सुरक्षा प्रबंधन की समीक्षा करने का निर्देश दिया है।
राजनाथ ने की डीजी से बात
न्यूज एजेंसी एनएनआई के मुताबिक 15 फरवरी को केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर दौरे पर जाएंगे और हालात का जायजा लेंगे। राजनाथ ने सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर से की बात की है। आरएर भटनागर ने मीडिया को बताया कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौका-ए-वारदात पर पहुँच गये हैं और मामले की जाँच जारी है। भटनागर के अनुसार सीआरपीएफ के काफिले में 2500 से ज्याद जवान शामिल थे।
जैश-ए-मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी
पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। हताहतों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है।
विस्फोट में कई लोग घायल हो गये। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट की घटना श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में हुई।