लाइव न्यूज़ :

पुलवामा हमला: इजराइल, जर्मनी, कनाडा और ब्रिटेन के प्रतिनिधि विदेश मंत्रालय पहुंचे, पाकिस्तान पर हो सकता है बड़ा फैसला

By विकास कुमार | Updated: February 15, 2019 18:49 IST

विभिन्न देशों के प्रतिनिधि और ख़ास कर इजराइल, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के समर्थन मिलने से भारत का पक्ष मजबूत होता दिख रहा है. बार-बार आतंकवादी हमले में असहनीय दर्द को झेलने के बाद पाकिस्तान की वैश्विक घेरेबंदी जरूरी है.

Open in App

पाकिस्तान की तरफ से हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत को पूरी दुनिया से समर्थन मिल रहा है. सऊदी अरब और यूएई जो परंपरागत रूप से पाकिस्तान के समर्थन माने जाते हैं उन्होंने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. अमेरिका पहले ही भारत के साथ आतंक की लड़ाई में खड़ा रहने को लेकर प्रतिबद्धिता जता चुका है. अब इस बीच विभिन्न देशों के प्रतिनिधि विदेश मंत्रालय पहुंच रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि भारत पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए विश्व के ताकतवर देशों का समर्थन जुटा रहा है. पीएम मोदी और अरुण जेटली पहले ही कह चुके हैं कि हम पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने एक्सपोज कर देंगे. 

 

विभिन्न देशों के प्रतिनिधि और ख़ास कर इजराइल, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन के समर्थन मिलने से भारत का पक्ष मजबूत होता दिख रहा है. बार-बार आतंकवादी हमले में असहनीय दर्द को झेलने के बाद पाकिस्तान की वैश्विक घेरेबंदी जरूरी है. पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भारत ने आज छिन लिया है. भारत और पाकिस्तान के बीच कूल व्यापार 2 अरब डॉलर का है और इस हमले के बाद मांग उठ रही है कि पाकिस्तान के साथ सभी तरह के व्यापार को बैन कर दिया जाये. 

अलग-थलग पाकिस्तान 

मोदी सरकार पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाना चाहती है. इसके लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. यूरोपीय यूनियन का साथ मिलने से भारत को कूटनीतिक बढ़त मिल गई है. और अब भारत को इन तमाम देशों की मदद से पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय खुराक को बंद करने का प्रयास करना चाहिए. इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र पर पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने का दबाव डालना होगा.

पाकिस्तान का दरिद्र इतिहास 

पाकिस्तान के निर्माण के बाद से ही वो दूसरे देशों के दया दृष्टि पर चल रहा है. शीत युद्ध के दौर में पाकिस्तान ने अमेरिका के पास अपनी अस्मिता को गिरवी रख कर लाखों डॉलर हासिल किए. जब अमेरिका को लग गया कि पाकिस्तान उनके साथ दोहरी चाल चल रहा है तो उसने अपने आर्थिक पैकेज को बहुत हद तक सीमित कर दिया. उसके बाद पाकिस्तान ने अपना ठिकाना और वफादारी दोनों को बदल दिया. उसने सऊदी अरब को ईरान का डर दिखाकर अपनी फटेहाल स्थिति को बहुत हद तक संभाला. अपने परमाणु हथियार सऊदी अरब के पास गिरवी रखकर करोड़ों रुपये हासिल किए और पूरी दुनिया में वहाबी और कट्टरपंथ इस्लाम को फैलाने के लिए भी उसे एक बड़ी धनराशि मिली.

टॅग्स :पुलवामा आतंकी हमलाइजराइलब्रिटेनअमेरिकाजापानमोदी सरकार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत"संचार साथी ऐप अनिवार्य नहीं, डिलीट कर सकते हैं लोग", विवाद के बीच बोले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

भारत अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट