लाइव न्यूज़ :

बिहार में जेपी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने सोशल मीडिया पर लिखी देश बांटने वाली बातें, मचा हड़कंप

By एस पी सिन्हा | Published: January 06, 2024 4:13 PM

प्रोफेसर ने सोशल मीडिया के जरिए भारतीय मुसलमानों के लिए पाकिस्तान-बांग्लादेश से सटे अलग होमलैंड की मांग की है। भारतीय मुसलमानों की मांग बताते हुए संयुक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के जिंदाबाद के नारे भी लगाए हैं।

Open in App
ठळक मुद्देछपरा के प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने सोशल मीडिया पर देश को बांटने वाली बातें लिखीमामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है

पटना: बिहार के जेपी विश्वविद्यालय, छपरा के प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने सोशल मीडिया पर देश को बांटने वाली बातें लिखी हैं। यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। सीवान स्थित गोरियाकोठी के नारायण कॉलेज में पदस्थापित सहायक प्रोफेसर खुर्शीद आलम ने पाकिस्तान का समर्थन और मुसलमान के लिए अलग देश की मांग करते हुए यह पोस्ट डाला है। पोस्ट की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर खुर्शीद के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जेपी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ रंजीत सिंह ने कहा है कि उन्हें शो कॉज नोटिस दिया गया है।

वहीं कुलसचिव ने बताया कि नियम संगत और सही जवाब नहीं मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगा। प्रोफेसर ने सोशल मीडिया के जरिए भारतीय मुसलमानों के लिए पाकिस्तान-बांग्लादेश से सटे अलग होमलैंड की मांग की है। खुर्शीद आलम ने लाल रंग के बैकग्राउंड में लिखा है कि वह दोनों सरकारों से अपील करते हैं कि पाकिस्तान-बांग्लादेश से सटे क्षेत्र में भारतीय मुसलमानों के लिए होमलैंड दिया जाए।  

इसे भारतीय मुसलमानों की मांग बताते हुए संयुक्त पाकिस्तान और बांग्लादेश के जिंदाबाद के नारे भी लगाए हैं। हंगामे के साथ खुर्शीद आलम के सोशल मीडिया अकाउंट से दोनों पोस्ट गायब हैं। वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। कहा जा रहा है कि खुर्शीद आलम का यह पहला विवादास्पद पोस्ट नहीं है। इसके पहले भी उन्होंने फेसबुक पर पाकिस्तान का समर्थन और भारत का विरोध करने वाले बयान जारी किए थे। इससे पहले उसने लिखा था कि यूनाइटेड पाकिस्तान बांग्लादेश जिंदाबाद।

छत्तीसगढ़ में पाकिस्तान का झंडा फहराने वाले युवक की गिरफ्तारी पर भी उन्होंने देश विरोधी बयान जारी किया था। खुर्शीद आलम ने तब लिखा था कि पाकिस्तान जिंदाबाद हमें भी सहमति और आत्मनिर्णय का अधिकार है। इस संबंध में पूछे जाने पर खुर्शीद आलम ने कहा कि ’हां’ मैंने इस टाइप का पोस्ट किया है। लेकिन इसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश जोड़कर एक अलग मुल्क बनाने की मांग की है। इसमें मैंने भारत का विरोध नहीं किया है और ना ही इसमें कोई देशद्रोह वाली बात है।

शो कॉज के मामले में भी प्रोफेसर ने कहा कि यूनिवर्सिटी द्वारा मुझे शो कॉज किया गया है। इसका जवाब मैं सोमवार को दूंगा। प्रोफेसर ने कहा कि मेरे पोस्ट करने का मतलब किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। अगर किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं। लेकिन मेरा पोस्ट बिल्कुल सही है और मैं इस पर अडिग हूं। उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रोफेसर खुर्शीद आलम के विवादास्पद पोस्ट को देखने के बाद कार्रवाई करने की मांग तेज कर दी है।

टॅग्स :बिहारफेसबुकपाकिस्तानबांग्लादेश
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSushil Modi Death News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश अस्वस्थ, सुशील मोदी निधन की खबर से गहरा सदमा!, वाराणसी भी नहीं पहुंचे...

भारतSushil Modi Passes Away: 'राजकीय सम्मान के साथ होगा सुशील मोदी का अंतिम संस्कार', नीतीश कुमार ने किया ऐलान

विश्वPakistan PoK protests: गेहूं आटे और बिजली दाम को लेकर 5वें दिन प्रदर्शन जारी, 3 की मौत और 6 घायल, पाकिस्तान सरकार जागी, 2300 करोड़ दिए...

ज़रा हटकेBado Badi Viral Song: 'बदो बदी' फेम पाकिस्तानी एक्ट्रेस आना चाहती हैं भारत, जानें कौन हैं चाहत फतेह अली खान? जिसके 'बदो बदी सॉन्ग' ने मचाया तहलका

भारतसुशील मोदी: ईसाई मित्र से की शादी, मेहमानों को भोज के बजाय सिर्फ़ कोल्ड ड्रिंक पिलाई, बेटे की शादी में भी नहीं छपवाए कार्ड, जानें निजी जीवन के बारे में

भारत अधिक खबरें

भारतसंदेशखली 'स्टिंग वीडियो' की एसआईटी जांच की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट सहमत

भारतLok Sabha Elections 2024: कंगना रनौत के पास 90 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति, आठ आपराधिक मामले

भारत'लोकसभा में कांग्रेस 40 का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी, यूपी में सफाया', पीएम ने की बड़ी भविष्यवाणी

भारतLok Sabha Polls 2024: पीएम मोदी के पास न घर है, न कार, हैं तो केवल 52,000 रुपये कैश, पढ़ें उनकी संपत्ति का संपूर्ण ब्यौरा

भारतMumbai Lok Sabha Seat 2024: वोट दो, पहचान स्याही निशान दिखाओ और 20 प्रतिशत छूट पाओ, जानें क्या है ‘डेमोक्रेसी डिस्काउंट’