सोनभद्र हत्याकांड मामले में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी आखिरकार 24 घंटे के धरने के बाद पीड़ित परिवारों से मिली हैं। पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी से मिलकर रोते हुये दिखें। जिसके बाद प्रियंका गांधी भी भावुक हुईं। यूपी प्रशासन ने पहले तो सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों को प्रियंका गांधी से मिलने नहीं दे रहा था। प्रियंका गांधी उसके बाद फिर से धरने पर बैठ गईं। जिसके बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को मिलने की इजाजत दी।
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया था कि उन 15 सदस्यों को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा, ना मुझे पीड़ित परिवारों के पास जाने दिया जा रहा है और ना उनको आने दिया जा रहा है। सोनभद्र के घोरावल इलाके में बुधवार को ग्राम प्रधान और गोंड आदिवासियों के बीच जमीन के एक टुकड़े को लेकर हुए संघर्ष में 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। मारे गये सारे लोग आदिवासी थे।
प्रियंका गांधी ने कहा, भगवना जानें योगी सरकार की क्या मंशा है वो ऐसा क्यों कर रही है। मैं धारा 144 को तोड़ना नहीं चाहती हूं। लेकिन प्रशासन का रैवया का काफी खराब है। प्रशासन की क्या मानसिकता है वो मेरे समझ के परे है। प्रियंका गांधी से पीड़ित ना मिल पाये इसलिए चुनार गेस्ट हाउस का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया है।
प्रियंका गांधी ने कहा था, मैं बिना मिले तो वापस नहीं जाउंगी चाहे कुछ भी हो जाये। हालांकि प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार के दो लोगों से मिली हैं। बता दें कि सोनभद्र हत्याकांड पीड़ित के परिजन प्रियंका गांधी से मिलने के लिए चुनार गेस्ट हाउस पहुंच हैं। बता दें कि पीड़ित खुद अपने आप प्रियंका गांधी से मिलने आये हैं। इसमें प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है।
प्रियंका गांधी ने बताया था, मैंने प्रशासन को कहा है कि अगर सोनभद्र में धारा 144 लागू है तो वो किसी और जगह मुझे मिलवा सकते हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि वो पीड़ित परिवारों से मिर्जापुर या वाराणसी में भी मिल सकती हैंष। लेकिन उन्होंने कहा कि वो बिना मिले नहीं जाएंगी।