प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में अपनी नवगठित मंत्रिपरिषद का परिचय कराया। नवनिर्वाचित लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कामकाज संभालने और सदन द्वारा उन्हें शुभकामनाएं दिये जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने परंपरानुसार अपने नये मंत्रिपरिषद का परिचय सदन से कराया।
उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत सभी कैबिनेट मंत्रियों का परिचय कराया। इसके बाद उन्होंने स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्रियों और राज्यमंत्रियों का परिचय भी कराया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बिरला के स्पीकर बनने पर उन्हें बधाई दी
प्रधानमंत्री मोदी ने बिरला के स्पीकर बनने पर उन्हें बधाई दी और राजनीति में उनके योगदान की खूब सराहना भी। पीएम मोदी ने कहा कि सदन के लिए यह महान गर्व की बात है। सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर हम बिरला जी को बधाई देते हैं। कई सांसद बिरला जी को अच्छी तरह जानते हैं, उन्होंने राजस्थान में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे व्यक्तिगत रूप से लंबे समय तक बिरला जी के साथ काम करने का अनुभव याद है। वह कोटा के प्रतिनिधि हैं, शिक्षा और अध्ययन की भूमि कोटा मिनी इंडिया है, जो शिक्षा का काशी बन गया है। पीएम ने कहा कि कोटा के विकास में भी बिरला जी का योगदान काफी ज्यादा है। वह कई सालों से सार्वजनिक जीवन में हैं, उन्होंने छात्र नेता के रूप में शुरुआत की तब से बिना रुके समाजसेवा कर रहे हैं।
गुजरात के भूकंप में बिरला के योगदान को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह लंबे समय तक कच्छ में रहे और अपने साथियों को भी वहां के लोगों की मदद के लिए लाए। स्थानीय व्यवस्था के बिना भी उन्होंने अपने तरह से समाजसेवा की। इसके बाद केदारनाथ त्रासदी के वक्त भी वह टोली के साथ वहां सेवा में जुटे रहे। पीएम ने कहा कि कोटा में भी सर्दी की रात को बिरला जी कंबल बांटते थे और भूखे लोगों को खाना खिलाने के लिए एक मुहिम छेड़ रखी है। परिधान योजना के जरिए बिरला जी ने गरीब लोगों को कपड़े मुहैया कराने का काम किया है।
ओम बिरला जी बहुत हल्के से मुस्कराते हैं और हल्के से बोलते हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ओम बिरला जी बहुत हल्के से मुस्कराते हैं और हल्के से बोलते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे कभी-कभी डर लगता है कि कोई सदन में उनके विवेक और नम्रता का दुरुपयोग न कर ले। पीएम मोदी ने कहा कि अब लोकसभा को चलाना राज्यसभा को चलाने से ज्यादा आसान है जबकि पहले इसके उलट रहता था। इस मौके पर पीएम मोदी ने पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन के कार्यकाल की भी सराहना की।
साफ है कि ओम बिरला को स्पीकर बनाने का फैसला उनके अनुभव के आधार पर नहीं बल्कि उनकी कार्यकुशलता और संगठन में मजबूत पकड़ की वजह से लिया गया है। वह संगठन के मजबूत कार्यकर्ता होने की वजह से बड़े नेताओं के करीबी रहे और बीजेपी ने भी इस बात संकेत दे दिया कि पद अनुभव के नाम पर नहीं बल्कि काम के नाम पर दिया जाएगा।