नई दिल्ली, 4 अप्रैल: छत्तीसगढ़ के जशपुर के सन्ना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। जशपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जगह की अभाव में मरीज की लाश को बाथरूम में रखा गया है। इस लापरवाही का उजागार उस समय हुआ, जब मृतक के परिवार ने मीडिया से बात की। उनका कहना है- 'पहले लाश को बाथरूम में रखा गया। साथ ही लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भी नहीं भेजा गया क्योंकि हेल्थ सेंटर में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था।'
बात समाने आने के बाद से अस्पताल के डॉक्टर गलती मानने के बजाए, इस घटना को सही ठहराया है। अस्पताल के डॉक्टर सुनील लाकड़ा का कहना है- 'फिलहाल अस्पताल में बॉडी रखने के लिए कोई जगह नहीं है। लाश को शौचायल में रखना गलत है लेकिन फिलहाल जो स्थिति है उसे देखते हुए हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।'
बता दें कि जशपुर के चलनी गांव के बिट्टू राम और उनकी पत्नी के बीच शराब पीने को लेकर झगड़ा हुआ था। जिसके बाद बिट्टू राम ने जहर खा लिया। परिजनों ने 108 संजीवनी एंबुलेंस के जरिए उसे स्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन एंबुलेंस नहीं मिल सका, जिसकी वजह से बिट्टू राम की मौत हो गई।