नई दिल्लीः राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद संसद पहुंचे। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के लिए राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों ने संयुक्त रूप से विदाई समारोह का आयोजन किया गया। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विदाई समारोह में शामिल हुए।
विदाई भाषण में रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए देश के नागरिकों का हमेशा आभारी रहूंगा। संसद लोकतंत्र का मंदिर है। सांसदों द्वारा आयोजित विदाई समारोह में निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि संसद में बहस और असहमति के अधिकारों का इस्तेमाल करते समय सांसदों को हमेशा गांधीवादी दर्शन का पालन करना चाहिए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने विदाई संबोधन के दौरान कहा कि COVID महामारी के कारण दुनिया संघर्ष कर रही है। मुझे उम्मीद है कि हम महामारी से सबक सीखेंगे, हम भूल गए कि हम सब प्रकृति का हिस्सा हैं। कठिन समय में भारत के प्रयासों की दुनिया भर में प्रशंसा हुई।
निवर्तमान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मैं द्रौपदी मुर्मू को अगली राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर हार्दिक बधाई देता हूं, उनके मार्गदर्शन से देश को लाभ होगा। मैं अपने कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की मंत्रिपरिषद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद देता हूं।
निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर काबिज होने वाली पहली आदिवासी होंगी। कोविंद के विदाई समारोह में सांसद भी शामिल हुए। मोदी ने शुक्रवार को कोविंद के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया था।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए थे। रात्रिभोज में देश के सभी हिस्सों से प्रतिनिधि आए थे, जिसमें कई पद्म पुरस्कार विजेता और आदिवासी नेता शामिल थे।