नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज हो रहे हैं। एनडीए की ओर से द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार हैं। ओडिशा के मयूरभंज जिले से आने वाली मुर्मू आदिवासी संताल समुदाय से नाता रखती हैं। इसलिए कई विपक्षी दलों ने भी उन्हें वोट देने की घोषणा की है। ऐसे में सोमवार को मतदान के दौरान ऐसी अटकलें शुरू हो गईं कि तेलंगाना में क्रॉस वोटिंग हुई है।
ये अटकलें तेलंगाना के मुलुग से महिला कांग्रेस विधायक और आदिवासी समुदाय से आने वाली दनासारी अनसुया को लेकर चलीं। दरअसल, वोटिंग के बाद दनासारी अनसुया ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोटिंग की है। साथ ही उन्होंने बताया कि बैलेट पेपर में कुछ गलती की वजह से उन्होंने दूसरा बैलेट मांगा लेकिन उन्हें नहीं दिया गया।
'एनडीए उम्मीदवार को वोट नहीं दिया'
क्रॉस वोटिंग की खबरों के बाद दनासारी अनसुया एक बार फिर सामने आई और वीडियो जारी कर सफाई दी। अनसुया ने कहा कि उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट नहीं दिया। अनसुया ने कहा, 'राष्ट्रपति चुनाव में वोट के बारे में मुझ लेकर गलत अटकलें चल रही हैं। अगर मैंने NDA को वोट दिया तो मैं अपना वोट डालने से पहले एक और मतपत्र क्यों मांगूंगी? बैलेट पर स्केच मार्क था नामों पर नहीं, इसलिए मैंने एक और बैलेट के बारे में पूछा लेकिन चुनाव आयोग ने इसे अस्वीकार कर दिया, मैंने मेरी पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिया।'
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है। राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है, जिसमें संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य और केंद्र शासित प्रदेश सहित सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं। कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करने के पात्र हैं।
मतगणना 21 जुलाई को होगी। जम्मू कश्मीर में विधानसभा नहीं होने की वजह से इस बार सांसदों के मतों का मूल्य 708 से घटकर 700 हो गया है। मुर्मू अगर यह चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो स्वतंत्रता के बाद जन्मी इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली नेता होंगी। साथ ही वह देश की पहली आदिवासी और सबसे युवा राष्ट्रपति भी होंगी।