'उनकी लंबी आयु की दुआ करूंगा', राहुल गांधी के लिए बोले पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद
By रुस्तम राणा | Published: August 29, 2022 03:41 PM2022-08-29T15:41:35+5:302022-08-29T15:41:35+5:30
कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली में अपने आवास के बाहर संवाददाताओं से बात की, जहां उन्होंने कांग्रेस को अपनी 'शुभकामनाएं' दीं और कहा, पार्टी को दुआओं से ज्यादा दवाओं की जरूरत है।
नई दिल्ली: कांग्रेस को अलविदा कह चुके गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के प्रति सम्मान व्यक्त किया है। अपने इस्तीफा-पत्र में राहुल गांधी पर तीखे प्रहार करने वाले कांग्रेस के पूर्व नेता ने राहुल गांधी को लेकर कहा वह उनकी लंबी आयु के लिए दुआ करेंगे।
इसी दौरान उन्होंने राहुल गांधी के लिए यह भी कहा, "हमने उन्हें एक सफल नेता बनाने की कोशिश की ... लेकिन उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है।" आजाद ने दिल्ली में अपने आवास के बाहर संवाददाताओं से विस्तार से बात की, जहां उन्होंने कांग्रेस को अपनी 'शुभकामनाएं' दीं और कहा, पार्टी को दुआओं से ज्यादा दवाओं की जरूरत है।
गौरलतब है कि पांच दशकों तक कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहने वाले गुलाम नबी आजाद ने पिछले सप्ताह पांच पन्नों का पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस पत्र में राहुल गांधी पर तीखे प्रहार किए गए थे और पार्टी की वर्तमान स्थिति के लिए सीधे-सीधे राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया गया था।
आजाद ने अपने विस्फोटक पत्र में लिखा, "दुर्भाग्य से, राहुल गांधी के राजनीति में प्रवेश के बाद, और विशेष रूप से जनवरी 2013 के बाद जब उन्हें आपके (सोनिया गांधी) द्वारा उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था, इसके बाद पार्टी में पूरे परामर्श तंत्र को ध्वस्त कर दिया गया।" इसके अलावा आजाद ने 2019 के आम चुनाव में विनाशकारी परिणामों के बाद उनके बेटे के पद छोड़ने के बाद से पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी को भी आड़े हाथों लिया था।
अपने पत्र में कांग्रेस के पूर्व नेता ने सोनिया को 'फिगरहेड' (नाम मात्र का नेता) कहा था। आपको बता दें कि आजाद 'जी-23' के सदस्य थे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का यह समूह पार्टी में नेतृत्व में बदलाव की मुखरता से मांग कर रहा था। जी-23 ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की स्थिति पर सवाल उठाया था।