हिमालय क्षेत्र में कभी भी आ सकता है शक्तिशाली भूकंप- वाडिया इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने दी चेतावनी
By आजाद खान | Published: March 23, 2023 12:06 PM2023-03-23T12:06:37+5:302023-03-23T12:38:08+5:30
वाडिया इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, मंगलवार को अफगानिस्तान में जो भूकंप आया था उसकी गहराई बहुत ज्यादा थी, ऐसे में यही कारण है कि इसका प्रभाव उस क्षेत्र के कई इलाकों में देखा गया है।

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)
नई दिल्ली: देहरादून स्थित वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के सीनियर साइंटिस्ट ने यह चेतावनी दी है कि भारत के हिमालयी क्षेत्र में एक शक्तिशाली भूकंप आने की संभावना है। उनके अनुसार, यह भूकंप बड़ा हो सकता है और ये कभी भी आ सकता है।
ऐसे में सीनियर साइंटिस्ट द्वारा यह चेतावनी उस समय दी जा रही है जब भारत और उसके पड़ोसी देश में बहुत ही जल्दी-जल्दी ही भूकंप आ रहे है। आपको बता दें कि उत्तरी अफगानिस्तान में मंगलवार रात को आए 6.6 तीव्रता वाले भूकंप के बाद दिल्ली एनसीआर में भी इसके झटके महसूस किए गए है।
क्या है दावा
इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अजय पॉल ने भूकंप पर बोलते हुए एक चेतावनी दी है और कहा है कि हिमालयी क्षेत्र में एक शक्तिशाली भूकंप आने की संभावना है। उनके अनुसार, यहां कभी भी एक बड़ा भूकंप आ सकता है। डॉ. पॉल ने बताया कि अफगानिस्तान में जो भूकंप आया था उसकी गहराई बहुत ज्यादा थी, यही कारण है कि इसका असर बहुत बड़े इलाके में देखा गया है।
हिमालयी क्षेत्र में आने वाले भूकंप की संभावना पर बोलते हुए डॉ. पॉल ने कहा है कि यह क्षेत्र भूकंपीय क्षेत्र V (बहुत गंभीर तीव्रता वाले क्षेत्र) के अंतर्गत आता है, ऐसे में किसी विशिष्ट क्षेत्र को चिन्हित करना काफी मुश्किल है। उनके अनुसार, भूकंप को लेकर जागरूकता और सिविल इंजीनियरिंग से कई जानें बचाई जा सकती है।
एक और वैज्ञानिक ने किया है ऐसा ही दावा
अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हैदराबाद स्थित नेशनल जियो फिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) के वैज्ञानिक डॉ. पूर्णचंद्र राव ने भी ऐसी ही चेतावनी जारी की है और कहा है कि हिमालय क्षेत्र में जल्द ही बड़ा भूकंप आ सकता है। उनके अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता काफी तेज हो सकती है जिससे प्रभावित इलाके में भारी तबाही हो सकती है।
अपने बयान में उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि हालांकि इस नुकसान को बहुत हद तक रोका जा सकता है और इसके लिए संरचनाओं को मजबूत करना होगा। उनका कहना है कि यह भूकंप हिमाचल प्रदेश, नेपाल के पश्चिमी हिस्से और उत्तराखंड में भी आ सकता है और उन्होंने इसकी तीव्रता आठ रहने की संभावना जताई है।
भूकंप के कारण दोनों देशों में 12 लोगों की हुई मौत
आपको बता दें कि पाकिस्तान में मंगलवार को 6.8 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था और दोनों देशों में अब तक इसकी वजह से कम से कम 12 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है जबकि 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी है। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में 180 किलोमीटर की गहराई में था।
इस भूकंप को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी महसूस किया गया है। विभाग के मुताबिक, पाकिस्तान में भूकंप के झटके लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, क्वेटा, पेशावर, लक्की मरवत, गुजरांवाला, गुजरात, सियालकोट, कोट मोमिन, मढ़ रांझा, चकवाल, कोहाट और गिलगित-बल्तिस्तान इलाकों में महसूस किए गए थे।
भाषा इनपुट के साथ