PM नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी नगरी को मिलेगी जल्द ये सौगात
By भाषा | Published: July 12, 2018 04:05 PM2018-07-12T16:05:03+5:302018-07-12T16:06:00+5:30
अब्दाली ने बताया कि आईबीसी के लिए मोटराइज्ड ट्राली, मशीनें आदि खरीदी जाएंगी। सबसे खास बात है कि वाराणसी में आईबीसी चालू होने से निर्यात में लगने वाला समय भी बचेगा क्योंकि यहां पर रीपैकेजिंग की सुविधा होगी।
इलाहाबाद, 12 जुलाई: डाक विभाग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को अंतरराष्ट्रीय व्यवसाय केन्द्र (आईबीसी) की सौगात देने की तैयारी कर रहा है। जहां से कारोबारी विशेषकर छोटे निर्यातक किफायती लागत में सामान विदेश भेज सकेंगे और अपना कारोबार बढ़ा सकेंगे। डाक विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसे तीन आईबीसी मिलने जा रहे हैं। एक आईबीसी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जबकि दूसरा आईबीसी नोएडा और तीसरा वाराणसी में स्थापित किया जाएगा।
यहां स्थित प्रधान डाकघर के पोस्ट मास्टर जनरल मुजफ्फर उद्दीन अब्दाली ने बताया कि वाराणसी कैंट इलाके में करीब 5,000 वर्ग फुट क्षेत्र में यह इंटरनेशनल बिजनेस सेंटर स्थापित किया जाएगा जिसके दिसंबर 2018 तक परिचालन में आने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि यह केंद्र पूर्वांचल से निर्यात को बढ़ाने के लिए समर्पित होगा जिससे यहां के निर्यातकों विशेषकर छोटे निर्यातकों को बहुत लाभ होगा जो छोटी खेप विदेश भेजने के लिए निजी कुरियर कंपनियों पर निर्भर रहते हैं। लोग 30 किलोग्राम तक वजन का सामान इस केंद्र से विदेश में कहीं भी भेज सकेंगे।
अब्दाली ने बताया कि आईबीसी के लिए मोटराइज्ड ट्राली, मशीनें आदि खरीदी जाएंगी। सबसे खास बात है कि वाराणसी में आईबीसी चालू होने से निर्यात में लगने वाला समय भी बचेगा क्योंकि यहां पर रीपैकेजिंग की सुविधा होगी।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय डाक भेजते समय यदि सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों को किसी खेप पर संदेह होता है तो वे उसे खोलकर जांचते हैं और इससे अमुक खेप की रीपैकेजिंग एक चुनौती होती है।
अभी तक आईबीसी की सुविधा केवल चार महानगरों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में उपलब्ध थी। लेकिन अब डाक विभाग ने प्रत्येक राज्य की राजधानी में एक आईबीसी स्थापित करने की योजना बनाई है।
डाक विभाग स्विट्जरलैंड के बर्न स्थित युनिवर्सल पोस्टल यूनियन के 186 सदस्यों में से एक है और अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत तय दरों पर ही यह अंतरराष्ट्रीय पार्सल एवं डाक भेजता एवं प्राप्त करता है। इससे निजी कूरियर कंपनियों की तुलना में डाक विभाग के माध्यम से विदेश डाक भेजना किफायती रहता है।
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