बिहार में दावत-ए-इफ्तार के बहाने सियासत हुई तेज, चिराग पासवान को जदयू ने दिया महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर, मिला ये जवाब

By एस पी सिन्हा | Updated: April 10, 2023 14:54 IST2023-04-10T14:45:57+5:302023-04-10T14:54:41+5:30

जदयू की ओर से चिराग पासवान को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दिया गया है। चिराग पासवान दरअसल रविवार को तेजस्वी यादव की बुलाई इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे, जहां उन्होंने नीतीश कुमार के पैर छूए। हालांकि कुछ देर बाद ही पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना भी साधा था। 

Politics in Bihar on the pretext of Dawat-e-Iftar, JDU offered Chirag Paswan to join Grand Alliance | बिहार में दावत-ए-इफ्तार के बहाने सियासत हुई तेज, चिराग पासवान को जदयू ने दिया महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर, मिला ये जवाब

चिराग पासवान को जदयू ने दिया महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर (फोटो- ट्विटर)

पटना: बिहार के सियासत में दावत-ए-इफ्तार के दौरान सियासी समीकरण बनता और बिगड़ता रहा है। राजद की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में लोजपा(रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार के सामने नतमस्तक क्या हुए, जदयू की तरफ से उन्हें महागठबंधन में आने का ऑफर दे दिया गया। उधर, जदयू के ऑफर पर चिराग पासावान ने भी कह दिया कि नीतीश कुमार से उनका कोई व्यक्तिगत नहीं बल्कि राजनीतिक मतभेद है।

राबड़ी आवास पर तेजस्वी यादव की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। इस बीच जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने चिराग पासवान को महागठबंधन में आने का खुला ऑफर दे दिया है। 

केसी त्यागी ने कहा है कि राजद की इफ्तार पार्टी में चिराग का आना सुखद पल था। उन्होंने कहा कि अगर चिराग पासवान नीतीश कुमार का नेतृत्व स्वीकार करें तो जदयू चिराग पासवान का महागठबंधन में स्वागत करेगी। उन्होंने कहा कि लालू यादव, शरद यादव, नीतीश कुमार, रामविलास पासवान समाजवादी परिवार के सदस्य रहे हैं। रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान उनकी विरासत को आगे ले जा रहें हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी साथ आ गए हैं, अगर चिराग पासवान भी महागठबंधन में आ जाते हैं तो यह कदम स्वागत योग्य होगा। 

बता दें कि चिराग पासवान सीएम नीतीश के दावत-ए-इफ्तार में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि तेजस्वी यादव के निमंत्रण पर वह राबड़ी आवास पर पहुंचे थे और इफ्तार के ठीक बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधा था। 

बिहार की सियासत में दावत-ए-इफ्तार का बहुत ही खास महत्व रहा है। इफ्तार पार्टियों के जरीय यहां सियासी समीकरण बनते और बिगड़ते रहे हैं। पिछली साल राजद के दावत-ए-इफ्तार में बिहार के सियासी समीकरण बदल गए थे। नीतीश कुमार एनडीए को छोड़ महागठबंधन में शामिल हो गए थे। 

Web Title: Politics in Bihar on the pretext of Dawat-e-Iftar, JDU offered Chirag Paswan to join Grand Alliance

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