पटना: नए संसद भवन का उद्घाटन हो जाने के बावजूद बिहार में विपक्षी दलों का विरोध जारी है। राज्य की सत्ता में शामिल राजद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से विवादित पोस्ट किया है। रविवार को राजद की ओर से किये गए एक ट्वीट ने हंगामा खड़ा कर दिया है। दरअसल, राजद ने ट्वीट के जरिये एक ताबूत की तस्वीर को साझा किया है।
पार्टी की ओर से जारी किये गए इस ट्वीट में ताबूत की तस्वीर के साथ नये संसद भवन की तुलना करते हुए लिखा है कि ' ये क्या है?' जिस पर बवाल मचा हुआ है।
एक तरह से राजद ने बताया है कि यही संसद भवन केंद्र की मोदी सरकार के लिए ताबूत का काम करेगी। दरअसल, इसाई धर्म में लोगों के निधन के बाद उन्हें ताबूत में डालकर दफनाया जाता है। राजद के ट्वीट के बाद भाजपा भी हमलावर है। भाजपा ने अपने आधाकारिक ट्विटर हेंडल से एक ट्विट किया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद की सीढ़ियों और सेंगोल के सामने नतमस्तक दिखाते हुए लिखा गया है कि मंदिर, लोकतंत्र का! भाजपा का यह ट्विट राजद के ट्विट के बाद आए है जो एक तरह से राजद को जवाब देने की कोशिश की गई है।
शहनवाज हुसैन बोले- राजद को माफ नहीं करेगी जनता
भाजपा की ओर से यह भी कहा गया है कि वर्ष 2024 में देश की जनता इसी ताबूत में राजद को बंद कर देगी। बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन का 21 दलों ने बायकॉट किया। इस बीच भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राजद और विपक्षी दलों के तरफ से जिस तरह की राजनीति की जा रही है, इसके बाद देश के लोग कभी भी उन्हें माफ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राजद ने ताबूत की फोटो लगाकर देश का अपमान करने का काम किया है।
जदयू का एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम
इधर, जदयू ने एक दिवसीय उपवास का कार्यक्रम चलाया। वहीं बिहार प्रदेश कांग्रेस के द्वारा पटना में विरोध मार्च निकाला गया। इस बीच भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि जिस तरह से राजद ने ट्वीट किया है उससे यह साफ होता है कि राजद देश के लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रखता है। वह लोग से केवल यह चाहते हैं कि मेरे माता-पिता मुख्यमंत्री रहे हैं, इसलिए केवल मुझे ही मुख्यमंत्री बनने का हक है।
वहीं राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने सफाई देते हुए कहा कि हमारे ट्वीट का ताबूत लोकतंत्र को दफन किए जाने का प्रतिनिधित्व करता है।