नीति निर्माताओं को प्रसन्नता के मनोविज्ञान के महत्व को स्वीकार करना चाहिए : उपराष्ट्रपति नायडू
By भाषा | Updated: March 20, 2021 17:41 IST2021-03-20T17:41:58+5:302021-03-20T17:41:58+5:30

नीति निर्माताओं को प्रसन्नता के मनोविज्ञान के महत्व को स्वीकार करना चाहिए : उपराष्ट्रपति नायडू
नयी दिल्ली, 20 मार्च अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के अवसर पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को लोगों से नकारात्मक विचारों को त्यागने की अपील की और कहा कि नीति निर्माताओं को प्रसन्नता के मनोविज्ञान के महत्व को स्वीकार करना चाहिए।
गौरतलब है कि 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने इस दिवस की घोषणा की है, जो लोगों के जीवन में खुशियों को महत्व देता है।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू को उद्धृत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘इस दिवस पर, मैं सभी नीति निर्माताओं से प्रसन्नता के मनोविज्ञान के महत्व को स्वीकार करने, स्कूलों से प्रसन्नता पाठ्यक्रम शामिल करने की अपील करता हूं क्योंकि यह बच्चों में आत्मविश्वास को मजबूत करने में और कम उम्र से ही एक सकारात्मक दृष्टिकोण लाने में मदद करता है।’’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के अवसर पर सभी देशवासियों के जीवन में प्रसन्नता और खुशहाली की कामना करता हूं। जीवन के प्रति सकारात्मक सोच, सौहार्दपूर्ण सामाजिक और प्राकृतिक परिवेश ही प्रसन्नता का स्थाई आधार है।
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