POK से भूलवश पुंछ पहुंचीं दो नाबालिग बहन, भारतीय सेना ने गिफ्ट देकर घर पहुंचाया, देखें वीडियो
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 7, 2020 17:20 IST2020-12-07T17:19:49+5:302020-12-07T17:20:39+5:30
जम्मू-कश्मीरः दोनों बहन ने भारतीय सेना का शुक्रिया किया। कहा कि सोचा नहीं था हम लोग वापस घर लौटेंगे।

एलओसी को पार करके इस तरफ दाखिल हुईं तो दोनों को हिरासत में लिया गया था। (photo-lokmat)
जम्मूः गलती से कल यानि रविवार को पुंछ में एलओसी को पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसने वाली दोनों पाकिस्तानी नाबालिग लड़कियों को आज चकना दा बाग क्रासिंग प्वाइंट से तोहफों से लाद कर वापस पाक कब्जे वाले कश्मीर में भेज दिया गया है।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि लाएबा जबैर (17) तथा उसकी छोटी बहन सना जबैर (13) पीओके की कहुटा तहसील के अब्बासपुर की निवासी हैं। एलओसी से लगे पुंछ सेक्टर में तैनात भारतीय सैनिकों ने उन्हें इस ओर घूमते हुए देखा था। याद रहे कल जम्मू संभाग के पुंछ जिला में एलओसी के नजदीक से पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की दो संदिग्ध युवतियों को गिरफ्तार किया गया था जो भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही थी।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पुंछ में एलओसी पर तैनात भारतीय सेना की सरला बटालियन ने चकना दा बाग क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ करते हुए दो पाकिस्तानी युवतियों को देखा। इसके तुरंत बाद सेना ने उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए चेतावनी दी।
#WATCH | We lost our way & entered Indian territory. We feared that Army personnel will beat us up but they treated us in a very good manner. We had thought that they would not allow us to go back but today we are being sent home. People are very good here: Laiba Zabair https://t.co/u6DXgPEf7Cpic.twitter.com/2rkf8hOdxk
— ANI (@ANI) December 7, 2020
इसके तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने इन दोनों पाकिस्तानी संदिग्ध युवतियों को गिरफ्तार कर हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने गलती से इस ओर आना स्वीकार किया था। सेना के अतिरिक्त पुलिस ने भी इनसे पूछताछ की थी लेकिन इन्हें सेना ने अपनी हिरासत में रखते हुए पुलिस के हवाले नहीं किया था।
महिला पुलिस कर्मियों द्वारा की गई पूछताछ के बाद दोनों नाबालिग निकली। एक की पहचान 17 वर्षीय लाएबा जाबेर निवासी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और दूसरी की पहचान 13 वर्षीय सना जाबेर निवासी अब्बासपुर, तहसील कहुटा के रूप में हुई थी।
इस घटना के बारे में पाकिस्तानी सेना को सूचित कर दिया गया था। चूंकि दोनों नाबालिग थीं और उनको लौटाने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज संबंधी कार्रवाई पूरी होने के बाद सेना ने उन्हें तोहफों के संग आज पाक सेना के हवाले कर दिया।


