PM मोदी कोरोना वायरस की वजह से करेंगे नेशनल इमरजेंसी-लॉकडाउन की घोषणा!, जानें इसके बारे में सबकुछ
By अनुराग आनंद | Updated: March 19, 2020 11:12 IST2020-03-19T11:10:21+5:302020-03-19T11:12:14+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी के इस फैसले में नेशनल इमरजेंसी व लॉकडाउन की घोषणा की अटकलें लगाईं जा रही हैं।

नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (गुरुवार) रात आठ बजे देश को संबोधित करेंगे। वह कोरोना वायरस के मुद्दे पर देशवासियों को संबोधित करेंगे। ऐसे में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। दुनिया भर में फैले इस वायरस की वजह से भयानक महामारी देखने को मिल रही है। इस वायरस के संक्रमण की वजह से अकेले इटली में बुधवार को 450 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
यही वजह है कि भारत जैसे सघन जनसंख्या वाले देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम में लोगों को संबोधित करने का फैसला किया है। पीएम मोदी के इस फैसले में नेशनल इमरजेंसी व लॉकडाउन की घोषणा की अटकलें लगाईं जा रही हैं। इससे पहले भी नोटबंदी व स्पेश मिसाइल लांच करने के समय भी पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया था। ऐसे में आइये जानते है कि लॉकडाउन क्या है?
इमरजेंसी-लॉकडाउन की घोषणा या कुछ और?
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 168 हो गई है। एक्सपर्ट संक्रमित लोगों की संख्या में भारी वृद्धि का अनुमान लगा रहे हैं, यही नहीं विशेषज्ञ सरकार को यही सलाह दे रही है कि लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की जाए। ऐसे में लॉकडाउन की घोषणा के माध्यम से पीएम मोदी लोगों से दूर रहने, भीड़ वाले इलाकों में ना जाने की अपील कर सकते हैं।
पहले भी पीएम ने लोगों से भीड़ वाले क्षेत्र में जाने से मना किया था, इसका असर कई राज्यों में दिखा भी है और स्कूल-कॉलेज-मॉल-सिनेमा हॉल बंद कर दिया गया है। हालांकि, ये सब अभी तक सीमित स्तर पर हुआ, लेकिन अब प्रधानमंत्री अपने संबोधन में लोगों से बड़े स्तर पर लॉकडाउन की अपील कर सकते हैं।
साफ है कि अगर प्रधानमंत्री खुद लॉकडाउन का ऐलान करते हैं और लोगों से सावधान रहने की अपील करते हैं, तो उनकी बात एक बड़े तबके तक पहुंचेगी। और लोग इस कोरोना वायरस के खतरे को लेकर गंभीर होंगे। इसके अलावा इस महामारी को देखते हुए नेशनल इमरजेंसी या हेल्थ इमरजेंसी जैसी स्थिति का भी उपयोग किया जा सकता है।
बता दें कि देश में नेशनल इमरजेंसी का ऐलान विकट परिस्थितियों में किया जा सकता है। इसका ऐलान युद्ध, बाहरी आक्रमण और राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर किया जा सकता है। लेकिन, कोरोना वायरस की वजह से जो खतरा बन रहा है, उसे टालने के लिए सरकार नेशनल इमरजेंसी या इस तरह की कोई कदम उठा सकती है।
नरेंद्र मोदी पहले एहतियात बरतने के लिए कह चुके हैं
पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतने के लिए कह चुके हैं। देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कई राज्यों में एहतियातन स्कूल-कॉलेज और बाजार आदि बंद रखने का फैसला किया गया है।
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों को देखते हुए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में देश में तैयारियों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की गई, जिसमें परीक्षण सुविधाओं को और बढ़ाना शामिल है।
प्रधानमंत्री ने COVID-19 खतरे से लड़ने के लिए लोगों, स्थानीय समुदायों और संगठनों के साथ सक्रिय रूप से संलग्न होने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों से आगे उठाए जाने वाले कदमों पर विचार-विमर्श करने का आग्रह किया।
पीएम मोदी ने विभिन्न राज्य सरकारों समेत चिकित्सा, पैरामेडिकल स्टाफ, सशस्त्र और अर्धसैनिक बलों, उड्डयन क्षेत्र और नगरपालिका से संबंधित कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया जो कोरोना वायरस से मुकाबला करने में सबसे आगे अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को पीएम मोदी COVID-19 से संबंधित मुद्दों और इससे निपटने के सरकारी स्तर पर कोई बड़ी घोषणा या लोगों से अपील करेंगे।