चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी का आज वाराणसी दौरा, जानिए क्या है उनका पूरा कार्यक्रम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 27, 2019 08:15 AM2019-05-27T08:15:27+5:302019-05-27T08:15:27+5:30
लोकसभा चुनाव में जीत के बाद पीएम मोदी का यह पहला वाराणसी दौरा है। वाराणसी पहुंचने के बाद मोदी सड़क मार्ग से पुलिस लाइन से बांसफाटक तक जायेंगे। उनका काफिला शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरेगा।
पीएम नरेंद्र मोदीलोकसभा चुनाव में मिले प्रचंड जीत के बाद सोमवार को पहली बार वाराणसी जाएंगे। पीएम मोदी वाराणसी के मतदाताओं के उन पर फिर से विश्वास जताने पर लोगों का आभार व्यक्त करने और प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए काशी में होंगे। इस दौरान पीएम काल भैरव के भी दर्शन करेंगे
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से इस बार रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के मुताबिक मोदी ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा—बसपा—रालोद गठबंधन प्रत्याशी सपा की शालिनी यादव को चार लाख 79 हजार 505 मतों से परास्त किया।
पीएम मोदी को कुल 674664 मत मिले। वहीं शालिनी को 195159 वोट हासिल हुए। कांग्रेस के अजय राय तीसरे स्थान पर रहे जिन्हें 152548 मत प्राप्त हुए। मोदी ने इससे पहले 2014 में लोकसभा चुनाव तीन लाख 74 हजार मतों से जीता था।
वाराणसी में पीएम मोदी का क्या है कार्यक्रम
वाराणसी पहुंचने के बाद मोदी सड़क मार्ग से पुलिस लाइन से बांसफाटक तक जायेंगे। उनका काफिला शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरेगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों के अनुसार वह सोमवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करेंगे और बाद में अपनी पार्टी भाजपा के कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करेंगे। शनिवार को मोदी ने ट्वीट किया, 'मां से आशीर्वाद लेने के लिए कल शाम गुजरात जाऊंगा। मुझपर पुन: विश्वास जताने के लिए परसों मैं काशी की महान भूमि के लोगों का आभार जताने वहां जाऊंगा।'
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किये गये हैं। मोदी जहां-जहां से गुजरेंगे वहां सुरक्षा, अर्धसैनिक और विशेष सुरक्षा दल के कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किये गये हैं। वाराणसी से लोकसभा चुनाव 4.79 लाख वोटों के अंतर से जीतने के बाद मोदी की अपने निर्वाचन क्षेत्र की यह पहली यात्रा होगी। 19 मई के मतदान से पहले एक वीडियो संदेश में मोदी ने अपने आप को ‘काशीवासी’ बताया था और इस नगरी को अपना मार्गदर्शक कहा था।
(भाषा इनपुट भी)