नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड -19 संबंध स्थिति की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। चिकित्सकीय आधारभूत ढांचा की उपलब्धता की समीक्षा की, अधिकारियों को स्वास्थ्य आधारभूत ढांचा का तेजी से उन्नयन करने का निर्देश दिया।
पीएमओ ने कहा कि देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और आपूर्ति में तेजी लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने पर काम कर रहे अधिकार प्राप्त समूह ने पीएम को जानकारी दी। पीएम को ऑक्सीजन टैंक के परिवहन के लिए IAF द्वारा शुरू की गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस, घरेलू सॉर्ट और अंतर्राष्ट्रीय सॉर्ट के कामकाज के बारे में जानकारी दी गई।
रणनीतियों को ठीक से लागू करने की आवश्यकता
मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर और कोविड प्रबंधन पर काम कर रहे सशक्त समूह ने पीएम को बेड / सीयूएस की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। पीएम ने जोर देकर कहा कि कोविड प्रबंधन के संबंध में विशिष्ट दिशानिर्देशों और रणनीतियों को ठीक से लागू करने की आवश्यकता है।
कोरोना से लड़ाई में मोर्चा संभालने को तैयार हुए पूर्व सैन्यकर्मी पिछले 2 वर्षों में सशस्त्र बलों के सेवानिवृत्त चिकित्साकर्मी कोविड अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी पूरी करेंगे। सशस्त्र बलों के विभिन्न प्रतिष्ठानों में उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पतालों के लिए जारी किए जाएंगे।
पिछले साल अगस्त में एलएमओ का प्रतिदिन केवल 5,700 टन उत्पादन होता था
प्रधानमंत्री मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आक्सीजन संयंत्र जल्द चालू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ नजदीकी तौर पर काम करें। शीर्ष अधिकारियों ने देश में आक्सीजन की उपलब्धता, आपूर्ति बढ़ाने के लिए किये जा रहे प्रयासों से प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया।
सरकार ने मंगलवार को बताया कि तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन (एलएमओ) का उत्पादन बढ़कर प्रतिदिन 8,922 टन हो गया है, जिसके महीने के अंत तक प्रतिदिन 9,250 टन से अधिक हो जाने की उम्मीद है। उसने बताया कि पिछले साल अगस्त में एलएमओ का प्रतिदिन केवल 5,700 टन उत्पादन होता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र को मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में जीवन रक्षक गैस के बढ़ते उत्पादन के बारे में जानकारी दी गई। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच कई स्थानों में ऑक्सीजन की कमी की खबरें सामने आई हैं। बैठक में मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जल्द से जल्द पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र शुरू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करें।
मुझे विश्वास है कोरोना की जंग में सबसे पहले हिंदुस्तान के गांव विजयी होने वाले हैं। देश और दुनिया को रास्ता भी आप गांव वाले इस सफलता के साथ दिखाने वाले हैं, यह मुझे भरोसा है। प्रधानमंत्री ने सभी से बचाव के उपायों का पालन करने का आग्रह किया और कहा, ‘‘जो भी दिशा-निर्देश समय-समय पर जारी होते हैं, उनका पूरा पालन गांव में हो, हमें ये सुनिश्चित करना होगा। इस बार हमारे पास टीके का एक सुरक्षा कवच भी है। इसलिए हमें सारी सावधानियों का पालन भी करना है और ये भी सुनिश्चित करना है कि गांव के हर एक व्यक्ति को टीके की दोनों खुराक लगे।’’