PM मोदी और शाह ने सौंपे सभी BJP प्रदेशाध्यक्षों को अटल के अस्थि कलश, अब देशभर में निकलेगी यात्रा
By रामदीप मिश्रा | Updated: August 22, 2018 11:17 IST2018-08-22T11:17:30+5:302018-08-22T11:17:30+5:30
बताया गया है कि बीजेपी हर राज्य की राजधानी से लेकर तालुका स्तर तक 'अटल कलश यात्रा और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन करेगी। वाजपेयी की अस्थियां राज्य की सभी पवित्र नदियों में पूरे विधि-विधान के साथ विसर्जित की जाएंगी।

PM मोदी और शाह ने सौंपे सभी BJP प्रदेशाध्यक्षों को अटल के अस्थि कलश, अब देशभर में निकलेगी यात्रा
नई दिल्ली, 22 अगस्तः पू्र्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां देशभर की नदियों में विसर्जित की जाएंगी। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने पुराने मुख्यालय पर वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। साथ ही साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को अस्थि कलश सौंपे। इस दौरा पीएम और अमित शाह के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा सुराज भी मौजूद थीं।
बताया गया है कि बीजेपी हर राज्य की राजधानी से लेकर तालुका स्तर तक 'अटल कलश यात्रा और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन करेगी। वाजपेयी की अस्थियां राज्य की सभी पवित्र नदियों में पूरे विधि-विधान के साथ विसर्जित की जाएंगी।
Delhi: PM Narendra Modi & BJP President Amit Shah hands over the urns carrying ashes of #AtalBihariVajpayee to Presidents of all states & union territories. The former Prime Minister's daughter Namita Bhattacharya is also present at the occasion. pic.twitter.com/sqgGm5YeSv
— ANI (@ANI) August 22, 2018
बीजेपी का कहना है कि देशभर में पार्टी के सभी कार्यकर्ता और लोग वाजपेयी को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं इसलिए उसने सभी राज्यों में अस्थि कलश यात्रा निकालने का फैसला किया है। राज्य की राजधानियों से यात्रा शुरू होगी और सभी प्रखंडों से होकर गुजरेगी। बीजेपी के दिग्गज नेता की अस्थियां देशभर की सभी नदियों में प्रवाहित की जाएंगी।
इससे पहले 19 अगस्त को उत्तराखंड के हरिद्वार में वाजपेयी की अस्थियां गंगा में विसर्जित की गई थीं। वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता भट्टाचार्य ने गंगा में उनकी अस्थियां प्रवाहित की थीं। इससे पहले अस्थि कलश यात्रा निकाली गई थी। इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आदि शामिल हुए थे।
आपको बता दें, 16 अगस्त को अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया था। उन्होंने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेदिक संस्थान (एम्स) में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था।
मधुमेह के शिकार 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता था। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे। इसके अलावा तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर भी सुशोभित हुए।