Eid-ul-Adha 2025: पीएम मोदी ने दी ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद, बोले- "यह शांति, सद्भाव को मजबूत करने का मौका"
By अंजली चौहान | Updated: June 7, 2025 10:14 IST2025-06-07T10:11:08+5:302025-06-07T10:14:10+5:30
Eid-ul-Adha 2025: ईद-उल-अज़हा की कहानी ईश्वरीय ज्ञान पर आज्ञाकारिता और भरोसा करने का एक शक्तिशाली सबक है।

Eid-ul-Adha 2025: पीएम मोदी ने दी ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद, बोले- "यह शांति, सद्भाव को मजबूत करने का मौका"
Eid-ul-Adha 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के मुसलमानों को बकरीद की बधाई दी है। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मुबारक बात दी। पीएम ने लिखा, "ईद-उल-अज़हा की हार्दिक शुभकामनाएं। यह अवसर सद्भाव को प्रेरित करे और हमारे समाज में शांति के ताने-बाने को मजबूत करे। सभी के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करता हूं।"
Best wishes on Eid ul-Adha. May this occasion inspire harmony and strengthen the fabric of peace in our society. Wishing everyone good health and prosperity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 7, 2025
7 जून के इस्लाम धर्म को मनाने वाले लोग बकरीद का त्योहार मना रहे हैं। आज सुबह से ही बड़ी संख्या में नमाजी अजमेर शरीफ़ दरगाह पर पहुंचे और इस अवसर पर नमाज़ अदा करने के लिए प्रतिष्ठित 'जन्नती दरवाज़ा' से गुज़रे। वहीं, दिल्ली की फेमस जामा मस्जिद में सुबह से नमाजी नमाज पढ़ रहे हैं और एक दूसरे को मुबारक बाद दे रहे हैं।
गौरतलब है कि ईद-उल-अजहा मुख्य इस्लामी त्योहारों में से एक है। यह अल्लाह के हुक्म का पालन करने के लिए पैगंबर इब्राहिम के अपने बेटे की बलि देने के लिए तैयार होने की याद में मनाया जाता है।
ईद उल-अजहा का महत्व
दुनिया भर के मुसलमान इस्लामी कैलेंडर के अनुसार आज बकरीद मना रहे हैं। बलिदान के त्यौहार के रूप में संदर्भित, ईद अल-अज़हा पैगंबर इब्राहिम की कहानी का सम्मान करता है, जो ईश्वर की आज्ञा का पालन करते हुए, भक्ति के गहन प्रदर्शन में अपने बेटे, इस्माइल की बलि देने के लिए तैयार थे। इस्लामी परंपरा के अनुसार, जैसे ही यह कार्य किया जाने वाला था, भगवान ने लड़के की जगह एक मेढ़े को रख दिया, जो ईश्वरीय दया और इब्राहिम की वफादारी की स्वीकृति का प्रतीक था।
मुसलमानों के लिए, यह न केवल पैगंबर इब्राहिम की भक्ति को याद करने का समय है, बल्कि निस्वार्थता, करुणा और सामुदायिक जिम्मेदारी के मूल्यों पर विचार करने का भी समय है।