पीएम मोदी ने कहा-आत्मनिर्भर भारत के लिए पांच पिलर पर खड़ी है हमारी अर्थव्यवस्था, जानें क्या है ये
By स्वाति सिंह | Published: May 12, 2020 08:27 PM2020-05-12T20:27:56+5:302020-05-12T20:27:56+5:30
PM Narendra Modi address nation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात 8 बजे कोरोना वायरस और लॉकडाउन को मुद्दे पर राष्ट्र को तीसरी बार संबोधित किया। इससे पहले मार्च और अप्रैल में पीएम मोदी इस मुद्दे पर देश को संबोधित कर चुके हैं।
नई दिल्ली: कोरोना लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की ये भव्य इमारत और पाँच पिलर पर खड़ी होगी।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान पूरे विश्व में पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।' पीएम मोदी ने कहा, 'एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है। विश्वभर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है।'
-पहला पिलर (Economy)
पीएम मोदी ने कहा, 'एक ऐसी इकॉनॉमी जो वृद्धिशील परिवर्तन नहीं बल्कि क्वांटम जंप लाए।'
-दूसरा पिलर (Infrastructure)
पीएम मोदी ने कहा, 'एक ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने।'
-तीसरा पिलर (हमारा सिस्टम )
पीएम मोदी ने कहा, 'एक ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति-नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने वालीTechnology Driven व्यवस्थाओं पर आधारित हो।'
-चौथा पिलर (हमारी Demography)
पीएम मोदी ने कहा, 'दुनिया की सबसे बड़ी Democracy में हमारी Vibrant Demography हमारी ताकत है, आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।'
-पाँचवाँ पिलर (Demand)
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है, जो ताकत है, उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है।'
इससे पहले पीएम मोदी ने लॉकडाउन के पहले चरण के 21 दिन के खत्म होने से पहले 14 अप्रैल को देश को संबोधित किया था और फिर दो हफ्ते लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की थी। बाद में इसे और दो हफ्ते के लिए बढ़ाया गया।
सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ की थी बैठक
पीएम मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा कि उनका दृढ़ मत है कि लॉकडाउन के पहले तीन चरणों में जिन उपायों की जरूरत थी, वे चौथे में जरूरी नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों से 15 मई तक व्यापक रणनीति के लिए सुझाव देने को कहा कि वे अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन की व्यवस्था से कैसे निपटना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न स्थिति पर विस्तृत चर्चा की और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए संतुलित रणनीति बनाने की जरूरत है और इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि गांव इस महमारी से मुक्त रहें।
पीएम मोदी ने साथ ही कहा था, 'भले ही हम लॉकडाउन को क्रमबद्ध ढंग से हटाने पर गौर कर रहे हैं लेकिन हमें यह लगातार याद रखना चाहिए कि जब तक हम कोई वैक्सीन या समाधान नहीं ढूंढ लेते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी बनाए रखना ही है।'
प्रधानमंत्री ने ‘दो गज की दूरी’ के महत्व पर फिर से जोर दिया और कहा था कि कई मुख्यमंत्रियों द्वारा रात में कर्फ्यू लगाने के लिए दिए गए सुझाव को मानने से निश्चित रूप से लोगों में सतर्कता की भावना फिर से पैदा होगी।