नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के विदाई भाषण में सोमवार को कहा कि उपराष्ट्रपति के तौर पर आपने युवाओं के कल्याण के लिए बहुत समय दिया। राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि इस साल हम ऐसा 15 अगस्त मना रहे हैं जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा स्वीकार और प्रधानमंत्री वह लोग हैं जिनका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ है।
उन्होंने ये भी कहा कि उपराष्ट्रपति नायडू की वाकपटुता और उनकी अभिव्यक्ति की क्षमता तथा भाषा पर उनकी पकड़ लाजवाब है। पीएम ने कहा कि आपके वन-लाइनर्स विट-लाइनर्स हैं। वे विन-लाइनर भी हैं। इसका मतलब है कि उन पंक्तियों के बाद और कुछ कहने की जरूरत नहीं है। आपका हर शब्द सुना जाता है, पसंद किया जाता है और सम्मानित किया जाता है और कभी भी काउंटर नहीं किया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मातृ भाषा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि सभापति वेंकैया नायडू के कार्यकाल में राज्यसभा में कामकाज 70 फीसदी तक बढ़ा है और सांसदों की उपस्थिति भी बढ़ी है। अपनी बात को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि निजी तौर पर यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने आपको अलग-अलग भूमिकाओं में करीब से देखा है।
पीएम ने कहा कि मुझे भी उन कुछ भूमिकाओं में आपके साथ काम करने का सौभाग्य मिला। एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में आपकी वैचारिक प्रतिबद्धता हो, एक विधायक के रूप में आपका काम, एक सांसद के रूप में सदन में आपकी गतिविधि, पार्टी प्रमुख के रूप में आपका नेतृत्व, कैबिनेट में आपकी कड़ी मेहनत, या उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में आपकी कृपा हो। मैंने आपको अपनी सभी भूमिकाओं में पूरी लगन से काम करते देखा है। आपने कभी किसी काम को बोझ नहीं माना, हर काम में एक नई जान फूंकने की कोशिश की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आज हम सब यहां राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को उनके कार्यकाल के समापन पर धन्यवाद देने के लिए मौजूद हैं। यह इस सदन के लिए बहुत ही भावुक क्षण है। सभा के कई ऐतिहासिक क्षण आपकी गरिमामयी उपस्थिति से जुड़े हैं। आपने कई बार कहा है, "मैं राजनीति से संन्यास ले चुका हूं लेकिन सार्वजनिक जीवन से नहीं थका हूं।" तो इस सदन का नेतृत्व करने की आपकी जिम्मेदारी अब समाप्त हो रही है, लेकिन देश के साथ-साथ सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ता-मेरे जैसे-आपके अनुभवों का लाभ प्राप्त करते रहेंगे।