स्वतंत्रता दिवसः पीएम मोदी ने कहा- हम प्लास्टिक को विदाई देने की दिशा में 2 अक्टूबर को पहला मजबूत कदम उठा सकते हैं क्या?
By भाषा | Published: August 15, 2019 03:28 PM2019-08-15T15:28:29+5:302019-08-15T15:28:29+5:30
73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं एक छोटी-सी अपेक्षा आज आपके सामने रखना चाहता हूं। क्या इस दो अक्तूबर को हम भारत को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ से मुक्ति दिलाने की पहल कर सकते हैं ? जहां भी प्लास्टिक पड़ा हो, उसे एकत्र करें। नगरपालिकाएं, महानगर-पालिकाएं, ग्राम पंचायत सब इसको जमा करने की व्यवस्था करें।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से इस्तेमाल कर फेंके गए प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए अभियान छेड़ने का आह्वान करते हुए बृहस्पतिवार को कारोबारी, किसान, मजदूर और नगर निकाय आदि सभी से इसमें सहयोग करने की अपील की।
उन्होंने 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, ‘‘मैं एक छोटी-सी अपेक्षा आज आपके सामने रखना चाहता हूं। क्या इस दो अक्तूबर को हम भारत को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ से मुक्ति दिलाने की पहल कर सकते हैं ? जहां भी प्लास्टिक पड़ा हो, उसे एकत्र करें। नगरपालिकाएं, महानगर-पालिकाएं, ग्राम पंचायत सब इसको जमा करने की व्यवस्था करें।’’
मोदी ने सवाल पूछने के लहजे में कहा, ‘‘ हम प्लास्टिक को विदाई देने की दिशा में 2 अक्टूबर को पहला मजबूत कदम उठा सकते हैं क्या?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्टार्ट अप वालों, टेक्नीशियनों, उद्यमियों से यह बताने का आग्रह करता हूं कि हम प्लास्टिक के रिसाइकिल के लिये क्या करें? जैसे राजमार्ग बनाने के लिये प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। ऐसी बहुत-सी विधाएं हो सकती हैं। लेकिन जिसके कारण अनेक समस्याएं पैदा हो रही हैं, उससे मुक्ति के लिये हमें ही अभियान छेड़ना होगा। साथ-साथ हमें वैकल्पिक व्यवस्थाएं भी देनी पड़ेंगी।’’
PM Modi: Can we free India from single use plastic? Time for implementing this idea is now.Let a important step in this direction be made on 2nd October. #IndependenceDayIndiapic.twitter.com/Bed1My0WNp
— ANI (@ANI) August 15, 2019
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं तो सभी दुकानदारों से आग्रह करूंगा कि आप अपने यहां यह बोर्ड भी लगा दीजिये कि कृपा कर हमसे प्लास्टिक की थैली की अपेक्षा न करें। आप अपने घर से कपड़े का थैला लेकर आइए या तो हम कपड़े का थैला भी बेचेंगे, ले जाइये। हम एक वातावरण तो बनायें।’’
जल संकट का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ सरकार ने एक विशेष काम की तरफ बल देने का निर्णय लिया है और वह है - हमारे हर घर में जल कैसे पहुंचे? हर घर को जल कैसे मिले? पीने का शुद्ध पानी कैसे मिले? और इसलिए आज मैं लाल किले से घोषणा करता हूं कि हम आने वाले दिनों में जल-जीवन मिशन को आगे ले करके बढ़ेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जल-जीवन मिशन के लिए केंद्र और राज्य सरकार साथ मिलकर काम करेंगे और आने वाले वर्षों में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा रकम इस जल-जीवन मिशन के लिए खर्च करने का हमने संकल्प लिया है।’’