ब्रू-रियांग जनजातीय समाज को ठीक से बसाने के लिए एक विशेष पैकेज दिया जाएगाः पीएम मोदी
By पल्लवी कुमारी | Published: February 7, 2020 12:12 PM2020-02-07T12:12:51+5:302020-02-07T14:43:08+5:30
बोडो समझौते पर हस्ताक्षर 27 जनवरी को सरकार द्वारा नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक समाज समूह के साथ किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम में कोकराझार का दौरा को लेकर वह गुवाहाटी पहुंच गए हैं। तकरीबन एक बजे पीएम मोदी कोकराझार में रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी बोडो समझौते पर हस्ताक्षर होने का जश्न मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन शुरू होने के बाद से यह प्रधानमंत्री का पहला पूर्वोत्तर दौरा होगा। प्रदर्शनों में तीन व्यक्ति मारे गए थे।
Assam: Prime Minister Narendra Modi arrives in Guwahati. PM will address a public meeting at an event in Kokrajhar shortly, to celebrate the signing of the Bodo Agreement. #BodoPeaceAccordpic.twitter.com/VsWEadT6Zu
— ANI (@ANI) February 7, 2020
यहां देखें पीएम मोदी के असम दौरे का LIVE UPDATE:
#WATCH: PM Narendra Modi addresses a public meeting in Kokrajhar, Assam. #BodoPeaceAccordhttps://t.co/SZKDOKI9oG
— ANI (@ANI) February 7, 2020
-पीएम मोदी ने कहा- आज का दिन, इस समझौते में बहुत सकारात्मक भूमिका निभाने वाले All Bodo Students Union, National Democratic Front of Bodoland से जुड़े सभी युवा साथियों, BTC के चीफ श्री हगरामा माहीलारे और असम सरकार की प्रतिबद्धता को अभिनंदन करने का है।
-पीएम मोदी ने कोकराझार रैली में भाषण देना किया शुरू,कहा- बहुत रैलियां देखीं लेकिन ऐसा नजारा जीवन में कभी नहीं देखा
-असम में बोडो समझौते का जश्न मनाने कोकराझार पहुंचे पीएम मोदी, जोरदार स्वागत
Assam: Prime Minister Narendra Modi arrives in Kokrajhar where he will address a public meeting shortly. #BodoPeaceAccordpic.twitter.com/1ctRa3TXGK
— ANI (@ANI) February 7, 2020
पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया था, ‘‘कल मैं असम में दौरे को लेकर उत्सुक हूं। मैं एक जनसभा को संबोधित करने के लिए कोकराझार में रहूंगा। हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किये जाने का जश्न मनाएंगे जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा। यह शांति और प्रगति के नये युग की शुरूआत का प्रतीक होगा।’’
बोडो समझौते पर हस्ताक्षर 27 जनवरी को सरकार द्वारा नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक समाज समूह के साथ किया गया था। इसका उद्देश्य असम के बोडो बहुल क्षेत्रों में दीर्घकालिक शांति लाना है।
पीएम मोदी ने हाल के एक ट्वीट में हस्ताक्षर वाले दिन को ‘‘भारत का एक बहुत खास दिन बताया था’’ और कहा था कि यह बोडो लोगों के लिए परिवर्तनकारी परिणाम लाएगा। समझौते पर हस्ताक्षर होने के दो दिनों में एनडीएफबी के विभिन्न धड़ों के 1615 से अधिक सदस्यों ने अपने हथियार सौंप दिये थे और मुख्यधारा में शामिल हो गए थे। मोदी ने अपने नवीनतम रेडियो संबोधन कार्यक्रम ‘मन की बात’ में अपील की थी कि जो भी हिंसा के मार्ग पर हैं वे मुख्यधारा में लौट आयें और अपने हथियार डाल दें।
पीएम मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच एक शिखर बैठक गत दिसम्बर में गुवाहाटी में होनी थी लेकिन सीएए विरोधी प्रदर्शनों के चलते उसे रद्द कर दिया गया था। मोदी को हाल में गुवाहाटी में सम्पन्न ‘खेलो इंडिया’ खेलों के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन वह उसमें शामिल नहीं हुए।