उज्जैन में गोयला खुर्द स्थित हाउसिंग बोर्ड की जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई मंगलवार सुबह संयुक्त दल ने बड़े जोर शोर से शुरू कर गुलाब की खेती दो घंटे में उजाड़ दी। दो घंटे बाद शहर में मौजुद मंत्री जयवर्द्धन सिंह के काफिले को किसानों ने रोक कर अपनी बात रखी। इसे सुनने के बाद सिंह ने एसडीएम को बुलाकर पहले किसानों की समस्या सूनने का कहा। इधर प्रशासन का कहना है कि मंत्री जी को जानकारी देने के बाद जमीन पर हाउसिंग बोर्ड को कब्जा दिलवा दिया गया है।
एसडीएम संजय साहू ने बताया की ग्राम गोयला खुर्द इंदौर रोड की अतिक्रमण मुक्त कराई गई। जिला प्रशासन ,नगर निगम एवं पुलिस की टीम का संयुक्त अभियान था। इस 4 हेक्टर जमीन की कीमत लगभग 40 करोड़ है। इस जमीन का भू अर्जन कर वर्ष 2000 में हाउसिंग बोर्ड को सौंपा गया था।
इंदौर रोड इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने अमरनाथ एवेन्यू के पास स्थित 4 हेक्टेयर जमीन को हाउसिंग बोर्ड ने वर्ष 2007 में अधिग्रहण किया था। इस जमीन पर करीब 100 किसानों द्वारा गुलाब की खेती और नर्सरी संचालित की जा रही थी। सुबह 8 बजे जमीन का कब्जा लेने हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी भारी पुलिस फोर्स के साथ यहां पहुंचे थे। किसानों ने विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें भगा दिया, लेकिन दो घंटे बाद नगरीय विकास विभाग के मंत्री जयवर्धन सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज बायपास से गुजरे तो उन्हें किसानों ने रोका और कार्रवाई से अवगत कराया।
मंत्री ने करीब 5 मिनट पूरा मामला सुना और समझा। किसानों ने मंत्री सिंह को अवगत कराया कि हाउसिंग बोर्ड द्वारा अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा अभी तक नहीं लिया है और अधिकारी जबरन कब्जा कर रहे हैं। इस पर मंत्री सिंह ने एसडीएम को बुलाकर कार्रवाई रोकने और किसानों के साथ बैठकर समस्या का निराकरण करने की बात कही। जिसके बाद कार्रवाई रोक दी गई ।इस मामले में एसडीएम साहू का कहना है कि मंत्री जी को किसानों ने जो बताया था उस पर उनकी क्यूरी थी। उन्हे सभी बातें बता दिये जाने के बाद संबंधित जमीन पर कब्जे की कार्रवाई कर हाउसिंग बोर्ड को कब्जा दिला दिया गया है।
गुलाब की खेती एवं नर्सरी उजड़ी
4 जेसीबी, पुलिस के वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस के अलावा 100 से अधिक पुलिस जवानों, एक दर्जन से अधिक प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों की मौजूदगी में जमीन पर कब्जे की कार्रवाई शुरू हुई। जमीन पर किसानों द्वारा गुलाब की खेती की जा रही थी जबकि कन्हैया नर्सरी भी संचालित हो रही थी जिसमें सैकड़ों पौधे रखे थे।
-जमीन हाउसिंग बोर्ड के अधिगृहण की है। किसानों ने अतिक्रमण कर रखा था। संयुक्त दल ने कार्रवाई की। मंत्रीजी ने बुलाकर कुछ क्यूरी की थी। जिस पर सभी बातें स्पष्ट कर दी गई। बाद में कब्जा ले कर हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों को सौंप दिया गया । उन्होंने जमीन पर कब्जे का बोर्ड भी लगा दिया है।