कैराना छोड़कर जा रहे लोग, सांसद बेगम तबस्सुम ने कहा- पलायन यहां मुद्दा नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 6, 2019 08:40 PM2019-04-06T20:40:12+5:302019-04-06T20:41:10+5:30
पिछले साल कैराना में हुए उप-चुनाव में बेगम तबस्सुम हसन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार मृगांका सिंह को हरा दिया था। मृगांका सिंह की हार ने उन्हें इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के टिकट से दूर कर दिया।
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के कैराना से मल्ला समुदाय के लोगों के पलायन की खबरें आ रही हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक मल्ला समुदाय के लोग रोजगार की तलाश में देश के विभिन्न स्थानों में पलायन कर रहे है। लोगों के मुताबिक कैराना में रोजगार की समस्या पर किसी का ध्यान नहीं जाता है।
कैराना से वर्तमान सांसद और 2019 के चुनाव के लिए सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन की उम्मीदवार बेगम तबस्सुम ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ''यहां पलायन समस्या नहीं है। जब यहां रोजगार के अवसर ही नहीं है तो लोगों को बाहर जाकर काम करना पड़ेगा और अच्छी पढ़ाई के लिए भी जाना पड़ेगा। आने वाले समय में हमारा ध्यान यहां रोजगार के अवसर पैदा करने पर होगा।'' तबस्सुम को इस बार समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।
बता दें पिछले साल कैराना में हुए उप-चुनाव में तबस्सुम हसन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार मृगांका सिंह को हरा दिया था। मृगांका सिंह की हार ने उन्हें इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के टिकट से दूर कर दिया। मृगांका सिंह के दिवंगत पिता हुकुम सिंह ने इस सीट पर बीजेपी के लिए जीत का खाता खोला था जिसका फायदा बेटी को नहीं मिल सका।
कैराना से बीजेपी ने प्रदीप चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी को प्रदीप से उम्मीद है कि मुस्लिम बाहुल्य सीट पर वह पार्टी को जीत दिलाएंगे लेकिन इतना तय है कि इस बार कैराना का पलायन का मुद्दा पार्टियों की गले की फांस रहने वाला है।