हल्दिया (पश्चिम बंगाल), सात फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में केंद्र की कई योजनाओं को लागू नहीं करने के लिए रविवार को ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की और कहा कि लोग उनसे ‘ममता’ दिखाने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन उन्हें ‘निर्ममता’ मिली।
राज्य में अपनी पहली रैली में मोदी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर प्रहार करते हुए उस पर ‘‘भ्रष्टाचार एवं कुशासन’’ के आरोप लगाए और कहा कि सत्तारूढ़ दल ने पिछले दस वर्षों में ‘‘कई बेइमानियां’’ कीं जिस कारण लोगों ने उन्हें सत्ता से हटाने का निर्णय किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल ममता बनर्जी से ‘ममता’ की उम्मीद कर रहा था लेकिन उसे पिछले दस वर्षों में ‘निर्ममता’ मिली... टीएमसी सरकार राज्य में वामपंथी मोर्चा के कुशासन का महज पुनर्जन्म है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब वह मातृभूमि की जयकार के नारे सुनती हैं तो गुस्सा हो जाती हैं। जब आप अपने अधिकार मांगते हैं तो वह गुस्सा हो जाती हैं। जब देश की छवि खराब करने के षड्यंत्र रचे जाते हैं तो वह चुप रहती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ षड्यंत्रकारी चाय एवं योग से जुड़ी भारत की छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। दीदी ने क्या इन षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कुछ भी बोला? देश इस षड्यंत्र के खिलाफ पूरे ताकत से जवाब देगा।’’
तृणमूल कांग्रेस पर राजनीति का अपराधिकरण करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल में अगली सरकार बनाने का विश्वास जताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बंगाल के लोगों ने अगले विधानसभा चुनावों में भाजपा की सरकार बनाने का मन बना लिया है। भाजपा सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में राज्य में सभी केंद्रीय योजनाओं को लागू करने का निर्णय किया जाएगा।
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