"ममता बनर्जी नाटक के अलावा कुछ और नहीं करती हैं", बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने उनके धरने पर किया हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 5, 2024 07:18 AM2024-02-05T07:18:43+5:302024-02-05T07:26:45+5:30
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मनरेगा फंड को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से किये जा रहे विरोध-प्रदर्शन को "एक नाटक" कहा है।
मालदा:पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मनरेगा फंड को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से किये जा रहे विरोध-प्रदर्शन को "एक नाटक" कहा है। बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भाजपा के अध्यक्ष मजूमदार ने बीते रविवार को कहा, "ममता नाटक के अलावा कुछ नहीं कर रही हैं। यहां के लोग उनकी इस आदत से तंग आ चुके हैं।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भाजपा नेता मजूमदार ने सीएम बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, "जब लोग सरकार से तंग आ जाते हैं, तो सरकार बाहुबल का इस्तेमाल करती है। यह सरकार भी ऐसा ही कर रही है क्योंकि उसने लोगों का समर्थन खो दिया है, लेकिन अब लोग इसके बारे में जागरूक हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "यह सरकार बंगाल के लोगों द्वारा नहीं बल्कि चोरों द्वारा समर्थित है, लेकिन बंगाल के लोग डरेंगे नहीं और उन्हें अपनी ताकत दिखाएंगे।"
आर्थिक रूप से कमजोर होने के लिए टीएमसी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास स्थिरता के लिए पैसे नहीं हैं। उन्होंने कहा, "वे या तो शराब की बिक्री से या लॉटरी से धन इकट्ठा करेंगे।"
मालूम हो कि बीते शनिवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि राज्य सरकार 21 फरवरी तक 21 लाख मनरेगा श्रमिकों को उनकी लंबित मजदूरी का भुगतान करेगी।
ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा, "राज्य सरकार 21 लाख मनरेगा श्रमिकों का बकाया चुकाएगी, जिनकी मजदूरी केंद्र सरकार पिछले दो वर्षों से नहीं दे रही है। उनकी मजदूरी 21 फरवरी तक उनके बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी।"
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और अन्य सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों जैसी पहल के लिए धन आवंटन में देरी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया है।
हालांकि, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देशों का राज्य द्वारा अनुपालन न करने के कारण मनरेगा की धारा 27 के अनुसार, पश्चिम बंगाल के लिए धन जारी करना 9 मार्च, 2022 को रोक दिया गया था।
पिछले साल दिसंबर में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्य को मनरेगा निधि जारी करने में कथित देरी को लेकर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
बंगाल के सीएम ने बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया, "हमारे सांसदों सहित दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज पीएम मोदी से मुलाकात की। मैंने पीएम से राज्य के लिए धन जारी करने का आग्रह किया है।"