पेगासस जासूसी विवाद: नाना पटोले ने पश्चिम बंगाल की तर्ज पर जांच आयोग गठित करने की पैरवी की
By भाषा | Updated: July 27, 2021 20:56 IST2021-07-27T20:56:07+5:302021-07-27T20:56:07+5:30

पेगासस जासूसी विवाद: नाना पटोले ने पश्चिम बंगाल की तर्ज पर जांच आयोग गठित करने की पैरवी की
मुंबई, 27 जुलाई कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने मंगलवार को कहा कि राज्य की एमवीए सरकार को पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की तर्ज पर पेगासस स्पाईवेयर मुद्दे की जांच के लिए एक सेवानिवृत न्यायाधीश की अगुवाई में जांच आयोग गठित करना चाहिए।
पिछले रविवार को एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संघ ने खबर दी कि 300 से अधिक भारतीय मोबाइल फोन नंबरों को इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस स्पाईवेयर के मार्फत हैकिंग के लिए निशाना बनाया गया।
पाटोले ने कहा, ‘‘ केंद्र सरकार ने पेगासस मुद्दे की जांच का तो कोई आदेश नहीं दिया है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार को एक सेवानिवृत न्यायाधीश की अगुवाई में जांच आयोग गठित करना चाहिए जैसा कि पश्चिम बंगाल में किया गया है।’’
उन्होंने दावा किया कि 2017 में देवेंद्र फड़णवीस सरकार के अधीन उनके फोन को टैप किया गया और दर्शाया गया कि नंबर अमजद खान नामक किसी व्यक्ति का है जो कथित रूप से मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा , ‘‘ यह मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा में उठाया गया था और उसकी जांच जारी है। यह पता करना जरूरी है कि क्या 2017 की जासूसी और पेगासस जासूसी के बीच कोई संबंध है या नहीं। इससे यह पता करने में भी मदद मिलेगी कि वही सॉफ्टवेयर तो राज्य में इस्तेमाल तो नहीं किया गया , उसे किसने खरीदा आदि बातें सामने आयेगी।’’
उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसी चर्चा है कि एमवीए (महाराष्ट्र विकास अघाड़ी) सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों को धमकी देने के वास्ते कुछ अधिकारियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
राज्य में कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की गठबंधन सरकार है।
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