जवाहर लाल विश्वविद्यालय (जेएनयू) में फीस वृद्धि और अन्य सुविधाओं को लेकर पिछले कई दिनों से छात्र हड़ताल पर हैं। इस बीच छात्रों ने विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन जेएनयू के कुलपति ने चुप्पी साध रखी थी जोकि अब जाकर टूटी है और उन्होंने छात्रों से हड़ताल खत्म करने की अपील की।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा है कि जेएनयू को विश्वस्तर पर प्रसिद्ध विश्वविद्यालय बनाने के लिए परिसर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करनी होगी, जोकि हमारा कर्तव्य और ज़िम्मेदारी है। इसके लिए हमें जेएनयू को सीखने का स्थान और महत्वपूर्ण पहचान बनाने के मिशन में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करना चाहिए।
जेएनयू में ये बढ़ाई गई फीस
जेएनयू के छात्रों ने मीडिया को बताया कि अभी छात्रावास के लिए ढाई हजार रुपये फीस देनी होती है जोकि बढ़ाकर 4200 रुपये की जा रही है, जिसमें 1700 रुपये सेवाशुल्क के तौर पर जोड़े गए हैं। फीस में बिजली, सफाई और पानी की फीस भी जोड़ी गई है। छात्र मसौदा छात्रावास नियमावली को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। वहीं, छात्रावास सिक्यॉरिटी के लिये ली जाने वाली राशि को 5500 रुपये से बढ़ाकर 12000 रुपये कर दी गई है, जिसे बाद में वापस करने का प्रावधान है। वहीं, सिंगल-सीटर रूम का किराया 20 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 600 रुपये प्रति माह कर दिया गया है, जबकि डबल-सीटर रूम का किराया 10 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति माह किया गया है।
जेएनयू में तोड़फोड़ को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज
इधर, जेएनयू के प्रशासन ने प्रशासनिक खंड में तोड़फोड़ के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा रात 11 बजे शिकायत दर्ज करवाई गई। इसमें वीडियो और फोटो के सबूत भी दिए गए। पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और इसकी जांच की जा रही है। बुधवार को छात्र होस्टल फीस में वृद्धि के बारे में कुलपति से बात करने के लिए प्रशासनिक खंड में घुस गए थे। यहां की दीवारों पर उन्होंने कुलपति के बारे में कई बातें लिखी थीं। बृहस्पतिवार को परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा में पैरों की ओर कई आपत्तिजनक संदेश भी लिखे हुए थे जिनका लक्ष्य दक्षिणपंथी संगठन थे। प्रतिमा का अब तक अनावरण नहीं हुआ है। छात्रों के विरोध के बाद जेएनयू ने फीस वृद्धि को आंशिक रूप से वापस लेने की घोषणा की लेकिन छात्रों ने इसे आंखों में धूल झोंकने जैसा बताया।