Parshuram Jayanti 2022: परशुराम जयंती पर सियासत, भूमिहार-ब्राह्मणों को लुभाने के लिए तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर किया हमला, जानें
By एस पी सिन्हा | Published: May 3, 2022 05:47 PM2022-05-03T17:47:09+5:302022-05-03T17:48:16+5:30
Parshuram Jayanti 2022: बिहार में लोहे के पुल तक की चोरी हो जाती है. बांध को चूहा काट देता है. थाने में पड़ा शराब चूहा पी जाता है और मैट्रिक की परीक्षा में सनी लियोनी पास हो जाती है.
पटनाः बिहार में परशुराम जयंती के मौके पर सियासत खूब हुई. इसी बहाने भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी शक्ति का जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सबकों साथ लेकर चलने की बात करते हैं.
आप लोग पढे़ लिखे लोग हैं. विधान परिषद के चुनाव में 5 टिकट भूमिहार समाज को देने का काम किया. पांच में तीन सीटें भूमिहार समाज के लोग जीत कर आए हैं. इससे पता चलता है कि अगर आप हाथ बढ़ाइएगा तब आपको भी सब लोगों का साथ मिलेगा. तेजस्वी ने कहा कि आप लोगों का साथ मिला तो बिहार में रोजगार ही नहीं, बल्की महंगाई भी खत्म हो जाएगी.
उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि आज चुनाव नहीं हो रहा है, कि मैं वोट मांगने आया हूं. आपका साथ मिले इसके लिए विश्वास जीतने आया हूं. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रिश्ते अचानक से नहीं बिगड़ते और ना ही अचानक से सुधरते हैं. कोई ऐसी जाति नहीं है जहां बेरोजगारी नहीं है.
पटना में आयोजित परशुराम जयंती समारोह को संबोधित किया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 3, 2022
हम समावेशी, सकारात्मक और प्रगतिशील राजनीति करते है। जिसमें सबका सहयोग और हिस्सेदारी रहे। हम Positive, Progressive और Scientific सोच के व्यक्ति है। हम सबने साथ बढ़ना है अन्यथा बिहार पीछे रह जाएगा। एकता में ही शक्ति है। pic.twitter.com/D1vwZih7vj
लेकिन भूमिहार समाज पढ़ा-लिखा है, बुद्धिजीवी है और जागरूक है यदि आप लोग ठान लीजिएगा तब बेरोजगारी और महंगाई दोनों खत्म हो जाएगी. इस दौरान उन्होंने बिहार में बेरोजगारी को लेकर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिहार बेराजगारी बढ़ रही है, लेकिन सरकार का ध्यान इस पर नहीं है.
पटना में गंगा घाट पर युवक सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन सरकार पर्याप्त वैकेंसी नहीं निकला रही है. पिछले कई सालों की बहाली पेंडिंग में पड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता में युवाओं को राजगार देना है. इसलिए विधानसभा चुनाव के दौरान अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रत्येक साल 10 लाख सरकारी नौकरी की घोषण किया था.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार से अब सब लोग तंग आ चुके हैं. बिहार में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है. एक करोड़ 56 लाख वोट विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिला था, पहले 22 फीसदी वोट मिला करता था लेकिन इस बार 44 फीसदी वोट मिला है. एनडीए को एक करोड़ 56 लाख 12 हजार वोट मिला. बेइमानी का अंतर 12 हजार था.
भगवान परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया और ईद की सभी को शुभकामनाएँ देते हुए हमने कहा कि जब हम समाजवाद और सामाजिक न्याय की बात करते है तो यह सबको साथ लेकर चलने का सिद्धांत, नीति और विचार है। सामाजिक न्याय का का मतलब किसी को Exclude करने का नहीं बल्कि सबको Include कर आगे बढ़ने का है। pic.twitter.com/LttlzsP5f0
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 3, 2022
विधानसभा चुनाव में बिहार की हर जाति, धर्म और वर्ग के लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया. उन्होंने कहा कि हमारा मुद्दा पढञाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई, कार्रवाई, कमाई का है. नीति आयोग की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बिहार सबसे गरीब राज्य है. एनडीए की सरकार 17 साल से है और नीतीश कुमार तब से मुख्यमंत्री रहे हैं, लेकिन आज भी लोग पलायन कर रहे हैं.
हम सामाजिक न्याय और समाजवाद की बात करते हैं. तेजस्वी ने कहा कि नौकरी एक जिले तक ही सीमित रह गया है. बिहार में 80 घोटाले हो चुके हैं. लेकिन कोई जांच पड़ताल अब तक नहीं हुई. बिहार में लोहे के पुल तक की चोरी हो जाती है. बांध को चूहा काट देता है. थाने में पड़ा शराब चूहा पी जाता है और मैट्रिक की परीक्षा में सनी लियोनी पास हो जाती है.
उन्होंने कहा कि किसानों को यूरिया नहीं मिल पाता है. धान की सही कीमत भी नसीब नहीं होती है. पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही है. वही कोरोनाकाल में कई लोगों की नौकरियां चली गई. कई लोग बेरोजगार हो गये. लेकिन आज इसकी जगह लाउडस्पीकर और बुलडोजर की चर्चा हो रही है.
महंगाई, बेरोजगारी, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. भूमिहार-ब्राह्मण मंच से अपने राजनीतिक हित को साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि राजद ए-टू-जेड की पार्टी है. इस मौके पर बोचहां विधायक अमर पासवान, कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास सहित कई लोग मौजूद रहे.