सड़क हादसे में जख्मी होने के बाद आधे सिर के साथ जिंदगी जी रहे पंजाब के परिमंदर सिंह को 750 रुपए महीने के हिसाब से मिलने वाली दिव्यांगता पेंशन बंद करने पर सवाल उठते ही राज्य सरकार ने इसे फिर से शुरू कर दी. पेंशन के लिए उसे पिछले तीन महीने से मोहाली के समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे थे.
कई महीनों बाद उसकी पेंशन फिर से बहाल कर दी गई. वर्ष 2009 में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री कैप्टन कंवलजीत सिंह की कार को मोहाली में मुख्य सड़क पर चढ़ते समय एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी. इस दुर्घटना में मंत्री की मौके पर ही मौत हो गई थी और ड्राइवर परिमंदर गंभीर रूप से जख्मी हो गया था.
छह महीने तक कौमा में रहा परिमंदर तीन साल तक न बिस्तर से उठ पाया और न कुछ बोल पाया. उसे वर्ष 2017 में 75 फीसदी दिव्यांगता का सर्टिफिकेट दिया गया और इसके बाद उसे 750 रुपए महीना पेंशन मंजूर की गई. सड़क हादसे के साढ़े नौ साल बाद परिमंदर को मिलनी शुरू हुई पेंशन छह महीने बाद ही बंद हो गई.
पेंशन के लिए बार-बार समाज कल्याण विभाग के चक्कर लगा रहे परिमंदर को बताया गया है कि गलत आईएफएससी कोड भरने की वजह से उसकी पेंशन बंद हो गई है. इस मामले के ध्यान में आने पर कैप्टन सरकार ने फौरन पेंशन बहाली के निर्देश दिए.