मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की समिति (सीसीपीए) ने मंगलवार रात संसद का शीतकालीन सत्र की जानकारी दी। सत्र शुरू होने की की जानकारी आधिकारिक रुप से दी गई है।
वहीं, अगले लोकसभा चुनावों से पूर्व नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का यह आखिरी पूर्ण संसदीय सत्र होगा। ऐसे में इस सत्र पर हर किसी की निगाह रहेगी। विधानसभा चुनावों के परिणामों की छाया संसदीय कार्यवाही पर दिखाई देगी। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों के परिणाम 11 दिसम्बर को आयेंगे।
सरकार राज्यसभा में लंबित चल रहे तीन तलाक विधेयक को पारित कराने का प्रयास करेगी। एक ही बार में तीन तलाक बोलने को अपराध घोषित करने के लिए अध्यादेश लाया गया था।
भारतीय चिकित्सा परिषद संशोधन अध्यादेश और कंपनीज संशोधन अध्यादेश के स्थान पर लाये जाने वाले विधेयक के रूप में इस सत्र में पारित किया जाए। संसद का शीतकालीन सत्र अकसर नवंबर में शुरू होता है। हालांकि यह लगातार दूसरा वर्ष है जब सत्र दिसंबर में शुरू होगा। 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण इस साल सत्र में विलंब हुआ है।