Parliament monsoon session: राज्यसभा कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित, सदन की कुल 17 बैठकें हुईं, जानें संसद में कौन-कौन विधेयक हुए पेश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 11, 2023 03:05 PM2023-08-11T15:05:23+5:302023-08-11T15:10:20+5:30
Parliament monsoon session updates: सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर मुद्दे पर सदन में गतिरोध कायम रहने के कारण कामकाज बाधित होने पर अफसोस जताया।
Parliament monsoon session updates: राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई और सभापति जगदीप धनखड़ ने मणिपुर मुद्दे पर सदन में गतिरोध कायम रहने के कारण कामकाज बाधित होने पर अफसोस जताया।
सभापति धनखड़ ने अपराह्न दो बजे कर करीब 50 मिनट पर उच्च सदन की बैठक अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। इसके पहले सदन में राष्ट्रगीत की धुन बजायी गई। राज्यसभा में मानसून सत्र की शुरुआत 20 जुलाई को हुई थी और इस दौरान सदन की कुल 17 बैठकें हुईं।
लोकसभा की बैठक शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। मणिपुर मुद्दे सहित कुछ अन्य विषयों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मानसून सत्र के दौरान कामकाज बाधित रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निचले सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा से पहले बताया कि सत्र के दौरान 17 बैठक हुईं जिनमें 44 घंटे 13 मिनट कामकाज हुआ।
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में लोकसभा की कार्य उत्पादकता करीब 46 प्रतिशत रही। बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था और इस पर 19 घंटे 59 मिनट चर्चा हुई तथा 60 सदस्यों ने इसमें हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव अस्वीकृत हो गया।
इस पर चर्चा आठ अगस्त, नौ अगस्त और 10 अगस्त को हुई। बिरला ने बताया कि सत्र के दौरान 20 सरकारी विधेयक पेश हुए और 22 विधेयक पारित किये गए। सत्र के दौरान पारित किये गए महत्वपूर्ण विधेयकों में बहु राज्य सहकारी सोसाइटी संशोधन विधेयक 2023, डिजिटल वैयक्तिक डाटा संरक्षण विधेयक 2023, राष्ट्रीय परिचर्या और प्रसूति विद्या आयोग विधेयक 2023, राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक 2023, जन विश्वास उपबंधों का संशोधन विधेयक 2023, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र शासन संशोधन विधेयक 2023 और अंतर सेना संगठन कमान, नियंत्रण और अनुशासन विधेयक 2023 शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसमें 50 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और शेष तारांकित प्रश्नों के उत्तर सभापटल पर रख दिये गए।
9 अगस्त को सभी तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए। बिरला ने बताया कि सदन में नियम 377 के अधीन 361 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये गए। सदन में सरकारी कार्य के बारे में संसदीय कार्य मंत्री द्वारा तीन वक्तव्य रखे गए। सत्र के दौरान कुल 1209 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया।
अध्यक्ष के अनुसार संसद की स्थायी समितियों ने 65 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू हुआ था। सत्र के दौरान गैर सरकारी सदस्य कार्य के संबंध में 4 अगस्त (शुक्रवार) को गैर सरकारी सदस्यों द्वारा विभिन्न विषयों से संबंधित कुल 134 विधेयक पेश किये गए।
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि 31 जुलाई को मलावी गणराज्य की नेशनल असेंबली की अध्यक्ष कैथरीन गोटानी हारा के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए संसदीय शिष्टमंडल का सदन द्वारा स्वागत किया गया। बिरला ने सदन की कार्यवाही में योगदान देने के लिए सभी का आभार जताया। सदन में इस दौरान प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्र सरकार के कई अन्य मंत्री मौजूद थे। विपक्षी दलों के अधिकतर सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे।