पुणे, 30 नवंबर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास 'एंटीलिया' के पास विस्फोटक सामग्री की साजिश रची थी।
मलिक ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए दावा किया कि सिंह और वाजे ने फर्जी पासपोर्ट (विस्फोटक सामग्री की घटना के बाद) की मदद से एक गुंडे को पाकिस्तानी नागरिक दिखाकर उसकी कथित फर्जी मुठभेड़ की योजना भी बनाई थी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ने यह भी दावा किया कि सिंह और वाजे ने एंटीलिया के पास विस्फोटक सामग्री वाली एसयूवी मिलने के मामले में राज्य के गृह मंत्रालय को 'गुमराह' किया था।
इस साल की शुरुआत में राकांपा नेता अनिल देशमुख के राज्य के गृह मंत्री पद से इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने इसे 'राजनीति से प्रेरित' करार दिया।
इस साल फरवरी में दक्षिण मुंबई में अंबानी के आवास के पास विस्फोटक सामग्री वाली एक एसयूवी मिली थी और इसके कुछ दिन बाद एसयूवी के मालिक कारोबारी मनसुख हिरन का शव ठाणे जिले के मुंब्रा में एक नाले में मिला था।
मलिक ने आरोप लगाया, ''परमबीर सिंह और सचिन वाजे ने एंटीलिया के पास विस्फोटक सामग्री की साजिश रची थी। उन्होंने एक गुंडे के पाकिस्तान में प्रवेश और निकास टिकटों के साथ एक नकली पासपोर्ट भी बनवाया था। यदि मनसुख हिरन मारा नहीं गया होता या उसने आत्मसमर्पण कर दिया होता, तो दोनों ने गुंडे को आतंकवादी दिखाकर उसकी फर्जी मुठभेड़ की योजना बनायी थी।''
मंत्री ने दावा किया कि मामले की जांच कर रही एनआईए को वाजे के घर से नकली पासपोर्ट मिला था। उन्होंने कहा कि एनआईए को इसे जनता के सामने रखना चाहिए।
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