Operation Blue Star Anniversary: स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तानी नारे, भिंडरावाले के पोस्टर भी लहराए; पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार बरसी पर सुरक्षा कड़ी
By अंजली चौहान | Updated: June 6, 2024 11:57 IST2024-06-06T11:54:04+5:302024-06-06T11:57:26+5:30
Operation Blue Star Anniversary: प्रदर्शनकारियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी दिखाए, जिन्होंने 1980 के दशक में पंजाब में खालिस्तान समर्थक आंदोलन का नेतृत्व किया था और ऑपरेशन में मारा गया था।

Operation Blue Star Anniversary: स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तानी नारे, भिंडरावाले के पोस्टर भी लहराए; पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार बरसी पर सुरक्षा कड़ी
Operation Blue Star Anniversary:पंजाब के अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर में आज खालिस्तानी समर्थकों ने नारे लगाए जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं वर्षगांठ है जिसकी वजह से सिख समुदाय के कई सदस्यों ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी दिखाए, जिन्होंने 1980 के दशक में पंजाब में खालिस्तान के समर्थन में आंदोलन का नेतृत्व किया था और जून 1984 में सैन्य अभियान में मारे गए थे।
इस बीच, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, अमृतसर में, विशेष रूप से स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएस रंधावा सिंह ने कहा, "यहां (स्वर्ण मंदिर) सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और बैरिकेडिंग की गई है। किसी भी अप्रिय घटना पर नजर रखी जाएगी।"
न्यूज एजेंसी द्वारा साझा किए गए वीडियो में सांसद सिमरनजीत सिंह मान खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाने वाले लोगों के बीच दिखाई दे रहे हैं। मंदिर परिसर में भारी भीड़ है जिसमें जोर-जोर से नारे लगाए जा रहे हैं।
#WATCH | Punjab: On the 40th anniversary of Operation Blue Star, members of the Sikh community raise slogans inside the Golden Temple premises in Amritsar.
— ANI (@ANI) June 6, 2024
Posters of Jarnail Singh Bhindranwale also seen during the demonstration. Pro-Khalistan slogans also raised. pic.twitter.com/QTrrpnekCq
दरअसल, 31 अक्टूबर, 1984 को, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जिन्होंने सेना को ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम देने का आदेश दिया था, की उनके दो सिख अंगरक्षकों: बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने उनके आवास पर हत्या कर दी थी। बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत और कट्टरपंथी सिख प्रचारक अमृतपाल सिंह दोनों ही 18वीं लोकसभा के सदस्य होंगे और हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में निर्दलीय के रूप में जीतने वाले सात उम्मीदवारों में से हैं। सरबजीत सिंह खालसा ने पंजाब की फरीदकोट सीट जीती, जबकि अमृतपाल, जो वर्तमान में असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं ने पंजाब के ही खडूर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की।
सरबजीत ने आम आदमी पार्टी (आप) के करमजीत सिंह अनमोल को 70,053 मतों के अंतर से हराया, जबकि अमृतपाल ने कांग्रेस पार्टी के कुलदीप सिंह जीरा को 197,120 मतों के अंतर से हराया।
#WATCH | Punjab: SS Randhawa Singh, SSP Amritsar says, "Security arrangements have been made here...Forces have been deployed and barricading has been done. Any untoward incident will be monitored..." https://t.co/MT0Jxqd2DLpic.twitter.com/EIujzE8GrY
— ANI (@ANI) June 6, 2024