खुले में शौच, अनूठी सजा, 100 रुपये जुर्माना नहीं देने पर पांच घंटे तक शहर का कचरा उठाया

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 29, 2019 08:53 PM2019-11-29T20:53:28+5:302019-11-29T20:53:28+5:30

इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के स्वास्थ्य अधिकारी विवेक गंगराड़े ने बताया कि शहरी निकाय की टीम सफाई का निरीक्षण करने बृहस्पतिवार सुबह पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र पहुंची थी। इस दौरान वहां 30 वर्षीय व्यक्ति को खुले में शौच करते पकड़ा गया।

Open defecation, unique punishment, picked up city waste for five hours for not paying penalty | खुले में शौच, अनूठी सजा, 100 रुपये जुर्माना नहीं देने पर पांच घंटे तक शहर का कचरा उठाया

गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार तीन साल अव्वल आ चुका है।

Highlights दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करने वाले इस व्यक्ति को खुले में शौच पर 100 रुपये का जुर्माना चुकाने को कहा गया।गंगराड़े ने बताया कि इस व्यक्ति को सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक आईएमसी की उस गाड़ी में तैनात कर दिया गया।

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में बृहस्पतिवार को खुले में शौच करते पकड़े गये 30 वर्षीय व्यक्ति को शहरी निकाय ने अनूठी सजा दी। इस व्यक्ति को सड़क से कचरा जमा करने के काम में पांच घंटे तक पसीना बहाना पड़ा, क्योंकि उसके पास खुले में शौच पर वसूला जाने वाला जुर्माना चुकाने के पैसे नहीं थे।

इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के स्वास्थ्य अधिकारी विवेक गंगराड़े ने बताया कि शहरी निकाय की टीम सफाई का निरीक्षण करने बृहस्पतिवार सुबह पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र पहुंची थी। इस दौरान वहां 30 वर्षीय व्यक्ति को खुले में शौच करते पकड़ा गया।

उन्होंने बताया कि दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करने वाले इस व्यक्ति को खुले में शौच पर 100 रुपये का जुर्माना चुकाने को कहा गया। इसके बाद उसने अपने कृत्य पर माफी मांगते हुए कहा कि वह इंदौर के बाहर के एक स्थान से आया है और फिलहाल उसके पास इतनी रकम नहीं है।

गंगराड़े ने बताया कि इस व्यक्ति को सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक आईएमसी की उस गाड़ी में तैनात कर दिया गया, जो सड़क किनारे लगे लिटरबिन (कचरे के छोटे डिब्बे) खाली कर कचरा संग्रह करती है। उसने कचरा संग्रह करने के काम में पांच घंटे तक अपनी सेवाएं देकर शहर की साफ-सफाई में आईएमसी कर्मचारियों की मदद की।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर लगातार तीन साल अव्वल आ चुका है। सफाई के इस सालाना मुकाबले में "जीत का चौका" लगाने के लिये शहरी निकाय कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा है।

Web Title: Open defecation, unique punishment, picked up city waste for five hours for not paying penalty

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