एक नरेंद्र और एक देवेंद्र, ये वो सूत्र है जो महाराष्ट्र के विकास के डबल इंजन को 11 गुना शक्ति दे रहाः मोदी
By भाषा | Published: October 16, 2019 05:44 PM2019-10-16T17:44:23+5:302019-10-16T17:44:23+5:30
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के संस्कार राष्ट्र-निर्माण का आधार हैं। इसके साथ ही उन्होंने अफसोस जताया कि बाबासाहेब आम्बेडकर को दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा गया।
विपक्षी दल कांग्रेस के अंतिम सांसें गिनने का दावा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाया कि उसे ‘‘ एक परिवार के प्रति समर्पण ’’ में ही राष्ट्रवाद नजर आता है।
एक नरेंद्र और एक देवेंद्र, ये वो सूत्र है जो महाराष्ट्र के विकास के डबल इंजन को 11 गुना शक्ति दे रहा है। 21 अक्टूबर को वोट देते समय आपको इसी डबल शक्ति को ध्यान में रखना है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के संस्कार राष्ट्र-निर्माण का आधार हैं। इसके साथ ही उन्होंने अफसोस जताया कि बाबासाहेब आम्बेडकर को दशकों तक भारत रत्न से वंचित रखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सावरकर के संस्कार ही हैं कि हमने राष्ट्रवाद को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है।’’ उनके इस बयान के एक दिन पहले ही भाजपा की महाराष्ट्र इकाई ने 21 अक्टूबर को प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा पत्र में सावरकर को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई थी। महाराष्ट्र में अगले हफ्ते होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री अकोला और जालना जिलों में रैलियों को संबोधित कर रहे थे।
Prime Minister Narendra Modi in Panvel: Before 2014, the relation that was there between the underworld and builder mafia in the real estate sector, things that were done, Congress & Nationalist Congress Party (NCP) leaders have not been able to wash away those stains till now . pic.twitter.com/rRIWGAhJUz
— ANI (@ANI) October 16, 2019
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह पार्टी नहीं रह गई जिसने आजादी की लड़ाई लड़ी थी। मोदी ने कहा कि उन्होंने पढ़ा कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाएगी। ‘‘मुझे नहीं पता कि इस पर हंसना चाहिए या रोना। यह साबित करता है कि आज की कांग्रेस वह नहीं है जो आजादी के लिए लड़ी थी।’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र बहादुरों की भूमि रही है और ऐसे नेता थे जिन्होंने देश को दिशा दिखायी। मोदी ने कहा, ‘‘ महाराष्ट्र में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावनाएं काफी हैं।
दुर्भाग्य से, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने इन मूल्यों को भुला दिया।’’ जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटाए जाने को लेकर विपक्षी दलों की आपत्ति के सिलसिले में उन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस और राकांपा के नेताओं से कहना चाहता हूं कि वह उस स्थान पर चादर डाल सकते हैं जहां अनुच्छेद 370 को दफनाया गया है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए खुलकर यह कह रहे हैं कि अनुच्छेद 370 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है, जम्मू-कश्मीर का महाराष्ट्र से कोई लेना देना नहीं है।
#WATCH: PM says, "...Like you brought back Narendra once again to power in Delhi, similarly bring back Devendra back to power again in Maharashtra. Formula of Narendra & Devendra has been super-hit in last 5 years...When Narendra & Devendra stand together, 1+1 becomes 11 & not 2. pic.twitter.com/NWbBJNgcRG
— ANI (@ANI) October 16, 2019
मैं इस प्रकार के लोगों को बताना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर और उसके लोग भी मां भारती की ही संतान हैं। उन लोगों ने सीमा पार आतंकवाद का सामना किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे यह कैसे पूछ सकते हैं कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने से महाराष्ट्र का क्या लेना-देना है?’’ मोदी ने कहा कि वह आश्चर्यचकित हैं कि ऐसी राजनीतिक स्वार्थी टिप्पणियां छत्रपति शिवाजी की भूमि पर की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में, देश को एक स्वर में बोलना होगा।
लेकिन, इन लोगों को सभी मुद्दों पर राजनीति में शामिल होने की आदत है। मोदी ने कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को ‘‘भ्रष्टवादी युति’’(गठबंधन) करार दिया, जिसने महाराष्ट्र को एक दशक पीछे धकेल दिया। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति ने राज्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस-राकांपा के शासनकाल में अक्सर ट्रेनों, बसों, इमारतों में बम विस्फोट होते थे। उन्होंने कहा कि एक समय, महाराष्ट्र में आतंकवाद और घृणा की नियमित घटनाएं हुईं। अपराधी भाग गए और विभिन्न देशों में बस गए।
देश उन लोगों से पूछना चाहता है जो उस समय सत्ता में थे कि यह सब कैसे हुआ? वे कैसे बच गए? मोदी ने दावा किया कि जब कांग्रेस में युवा नेता कहते हैं कि अनुच्छेद 370 को हटाने का सरकार का फैसला देशहित में है, तो उन्हें पार्टी में दरकिनार कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ खास नेताओं के ‘‘अहंकार’’ के कारण जनाधार वाले कई नेताओं ने कांग्रेस और राकांपा छोड़ दी है, और जो लोग अब भी वहां हैं, वे अगले सप्ताह भाजपा नीत गठबंधन को वोट देंगे।
मोदी ने कहा कि मराठवाड़ा ने राज्य को तीन मुख्यमंत्री दिए लेकिन यह क्षेत्र अब भी विकास के मामले में पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘कोष का इस्तेमाल केवल (पहले) मुख्यमंत्री और सहयोगियों के लिए किया गया था और क्षेत्र के लिए नहीं। भाजपा के शासन में, ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है।’’ राकांपा के चुनाव चिह्न घड़ी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि शरद पवार नीत पार्टी और कांग्रेस को राज्य के चुनावों में केवल 10- 10 सीटें मिलेंगी।
राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल का नाम लिए बिना मोदी ने कहा कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के साथ कुछ नेताओं के व्यावसायिक हितों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ये नेता भयभीत हो गए। उन्हें पता था कि उनके लिए परेशानी बढ़ रही है, इसलिए उन्होंने जांच एजेंसियों को बदनाम करना शुरू कर दिया।’’
मोदी ने कहा कि 2014 के चुनावों में, महाराष्ट्र के लोगों ने इन नेताओं को सबक सिखाया और राज्य तथा केंद्र में भाजपा नीत सरकारों को सत्ता में लाए। ‘‘मुझे विश्वास है कि लोग एक बार फिर भाजपा पर विश्वास करेंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि राकांपा एक भ्रष्ट पार्टी है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या कोई भी देशभक्त व्यक्ति सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों का विरोध कर सकता है तथा सेना का अपमान कर सकता है? लेकिन इन बेशर्म लोगों ने ऐसा किया।’’