भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा अपने ट्वीट को लेकर विवादों में घिरे हैं। दरअसल, मिश्रा ने दिवाली पर ट्वीट किया 'पॉल्युशन कम करना है तो ये वाले पटाखे कम करो, दीवाली के पटाखे नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने तस्वीर शेयर की है। जिसमें मुस्लिम कम्युनिटी के कुछ लोग नजर आरहे हैं। कपिल मिश्रा के इस ट्वीट के बाद से उनकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
बता दें कि आम आदमी पार्टी से बगावत के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री और अयोग्य करार दिया। इसके बाद पूर्व विधायक कपिल मिश्रा भाजपा में शामिल हुए थे ।
बता दें कि मिश्रा ने मई में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए प्रचार किया था। करावलनगर सीट से निर्वाचित हुए मिश्रा ने अयोग्य करार दिए जाने को दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी। मिश्रा ने मई 2017 में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद आप प्रमुख की आलोचना शुरू कर दी थी।
इसके बाद वह दिल्ली भाजपा के कई नेताओं के करीब आ गए और सार्वजनिक कार्यक्रमों में अक्सर उनके साथ मंच साझा करते हुए दिखे।दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार दीवाली पर विभिन्न जगहों पर नियम उल्लंघन के बारे में 940 कॉल प्राप्त हुईं और लगभग 3,765 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए। दीवाली की रात कुल 371 मामले दर्ज किये गए जिनमें से 56 मामले अवैध पटाखों को रखने और बेचने से संबंधित थे।
इन 56 मामलों के सिलसिले में 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया। शेष 315 मामले उच्चतम न्यायालय द्वारा तय की गई दो घंटे की समयसीमा का उल्लंघन करने और अनधिकृत पटाखों के इस्तेमाल के लिए दर्ज किये गये। इन मामलों के सिलसिले में 166 लोगों को गिरफ्तार किया गया।